1323 प्रकार की दवा और 97 प्रकार की हो सकेंगी जांच
मॉडल सीएचसी में मरीजों को ओपीडी व आइपीडी में जनरल मेडिसनर, सर्जरी, स्त्री रोग, शिशु रोग विशेषज्ञ, डेंटल व आयुष से संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यहां पर मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के तहत की जाने वाली 97 जांच होंगी। वर्तमान में उपलब्ध कराई जा रही 790 प्रकार की दवाओं के स्थान पर 1323 प्रकार की दवाएं मिल सकेंगी। सप्ताह में एक बार नेत्र रोग विशेषज्ञ की सेवा मिल सकेगी। गैर संचारी रोग की स्क्रीनिंग, निदान एवं उपचार होगा। फिजियोथेरेपी, ओक्यूपेशनल रिहेब्लिलटेशन सेवाएं मिलेंगी। बेहतर जीवनशैली के लिए योग परामर्श तक दिया जाएगा। बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट का नियमानुसार निस्तारण होगा। नियमित रूप से निर्धारित मानक के अनुसार साफ-सफाई हो एवं बायो वेस्स्ट के नियमानुसार कचरे का निस्स्तारण किया जाएगा। ब्लड स्टोरेज यूनिट भी होगी, एम्बुलेंस की भी सुविधा मिलेगी
आयुष्मान मॉडल सीएचसी पर मरीजों को ब्लड की सुविधा भी मिल सकेगी। सीएचसी में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित की जाएगी। इसके अलावा एम्बुलेंस 104 व 108, टेली मेडिसन व टेली मानस (मेंटल हेल्थ), जिरायाट्रिक हेल्थ व हिमोडायलिसिस सेवाएं मिल सकेंगी। मोर्चरी का भी निर्माण किया जाएगा।
सीएमएचओ से मांगी रिपोर्ट
जिले की प्रत्येक विधानसभा में एक मॉडल सीएचसी स्थापित करने के लिए सीएमएचओ से रिपोर्ट मांगी गई है। सीएमएचओ की ओर से तीन सदस्यों की कमेटी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चिह्नित एक आयुष्मान मॉडल सीएचसी की रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके बाद यह रिपोर्ट निदेशालय के पास जाएगी।
इनका कहना है…
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक आयुष्मान मॉडल सीएचसी स्थापित करने के लिए रिपोर्ट मांगी गई है। इन मॉडल सीएचसी पर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना है। तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट तैयार होते ही निदेशालय को भेज दी जाएगी। – डॉ. राजकुमार डांगी, सीएमएचओ (झुंझुनूं)