अज्ञात युवक का सिर इंजन में कैटल गार्ड के ऊपर दो राड के बीच फंसा था। जीआरपी ने सिर कब्जे में ले लिया। ट्रेन के ड्राइवर से पूछताछ हुई। उसने बताया कि दिल्ली से चलने वाली इस ट्रेन में आगरा में स्टाफ बदलता है। वह आगरा से ड्यूटी पर है। आगरा के बाद ट्रेन केवल ग्वालियर में रुकी। वहां से झांसी पहुंची। इस दूरी में कोई हादसा नहीं हुआ। जीआरपी ने आगरा, ग्वालियर और दिल्ली सेक्शन से सम्पर्क किया तो पता चला कि तुगलकाबाद सेक्शन में एक युवक का क्षत-विक्षत धड़ ट्रैक पर पाया गया है। सिर उस का हो सकता है। ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया कि हजरत निजामुद्दीन से चलने के कुछ देर बाद गाड़ी रुकी थी। कुछ मिनट रुकने के बाद ट्रेन फिर चल पड़ी। संभव है उसी वक्त हादसा हुआ हो। जीआरपी हादसे और हत्या दोनों आशंकाओं के मद्देनजर जांच कर रही है। जीआरपी प्रभारी पंकज कुमार पांडेय ने कहा कि इंजन से मिले धड़विहीन सिर की शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे है। तुगलकाबाद में मिले धड़ के बारे में और सूचनाएं जुटाई जा रही हैं।