संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा अमित भारद्वाज ने कहा कि एनएसएस जनहित गारंटी अधिनियम में शामिल किया गया है, जिसके अन्तर्गत संपूर्ण प्रक्रिया का ऑनलाइन संचालन जरूरी है। वर्तमान में केवल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में एनएसएस का ऑनलाइन पंजीयन, कैंप निर्माण और प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। सभी राज्य विश्वविद्यालय इस प्रक्रिया को अपनाने के लिए तैयारी यथाशीघ्र करें।
एनएसएस के राज्य संपर्क अधिकारी डा. अंशुमाली शर्मा ने कहा कि ऑनलाइन एनएसएस के लिए बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय को नोडल बनाया जाएगा और प्रदेश स्तर पर ऑनलाइन से संबंधित गतिविधियां यहीं से संचालित होंगी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डा. मुन्ना तिवारी ने कहा कि यह बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने इस अवसर पर कुलपति प्रो जे वी वैशंपायन और सिस्टम एनालिस्ट डॉ दीपक तोमर, प्रमोद कुमार को धन्यवाद दिया।
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की एनएसएस की ऑनलाइन प्रक्रिया का प्रस्तुतीकरण नोडल अधिकारी एनएसएस डा. उमेश कुमार एवं प्रमोद कुमार ने किया। एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी ए पी सिंह ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की ऑनलाइन प्रक्रिया की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. मुहम्मद नईम ने किया व आभार कार्यक्रम अधिकारी डा. श्वेता पांडेय ने व्यक्त किया। इस ऑनलाइन बैठक में उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालयों के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक, अधिकारी एवं कुलसचिवों ने भी सहभागिता की।