मिली जानकारी के अनुसार खुशी की मां हेमकवंर और परिवार के अन्य सदस्य बच्ची को तलाश करने के प्रयास में लगे हुए हैं। बारह साल की खुशी के बारे में हेमकवंर ने पुलिस को बताया कि वह सेटेलाइट अस्पताल में जॉब करती है। जब काम से लौटी तो बेटी घर नहीं थी। उसका सोमवार का व्रत भी था। उससे पूछना था कि उसके लिए क्या बनाना है…? कुछ देर में तलाश करने के बाद जब बच्ची नहीं मिली तो एक लैटर दिखाई दिया।
उसमें लिखा था कि वह हमेशा के लिए घर छोड़कर भक्ति मार्ग पर जा रही है और सन्यास ग्रहण कर रही है। उसने घर से एक हजार रुपए लेने और अपने कपड़े लेने की बात लिखी। साथ ही यह भी लिखा कि अब वह वापस नहीं लौटेगी और वह श्रीकृष्ण के पास मथुरा जा रही है। मां ने इस बारे में परिवार के अन्य सदस्यों को सूचना दी और कल इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने परिवार से पूछताछ के बाद बताया कि बच्ची की पूजा-पाठ में गहरी आस्था थी। लेकिन परिवार को यह नहीं पता था कि वह इतना बड़ा कदम उठा सकती है…?