.जिले के दौरे पर आए प्रभारी मंत्री ने बुधवार को मिनी सचिवालय में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक के बाद पत्रकारों से रुबरू होते हुए प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि पूरे राजस्थान में पौधारोपण कार्यक्रम के बाद जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेने का कार्यक्रम था। देवासी ने कहा कि बजट घोषणा में जमीन आवंटन का ईश्यू था। जिले में 11 मामलों में से 9 का समाधान हो गया है। बाकी का भी जल्द समाधान होगा। जिले में विधायकों द्वारा सड़क, पानी-बिजली व टोल के मुद्दे उठाने पर कहा कि जनप्रतिनिधियों ने जो मुद्दे उठाए है उनको सरकार तक पहुंचाकर जल्द समाधान का प्रयास करेंगे। मंत्री ने कहा कि आमजन के लिए सड़क,पानी व बिजली होना जरुरी है। वहीं नगर परिषद में स्थायी आयुक्त जल्द लगाने के लिए कहा। जिले में शिक्षा अधिकारियों के खाली पदों को लेकर कहा कि शिक्षा विभाग में झालावाड़ में ही नहीं, पूरे राजस्थान में पद खाली है कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया इसकी प्रक्रिया चल रही, जल्दी ही पद भरे जाएंगे। हालांकि मंत्री सवालों के जवाब दे रही रहे थे कि अधिकारी उन्हे बीच में ही उठाकर ले गए।
ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत ज्यादा बिजली कटौती – ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती के सवाल पर मंत्री ने कहा कि लाइट की बीच में तकलीफ थी, लोड सेटिंग चल रही थी अब वो बंद कर दी है, आने वाले समय में ग्रामीणों को पूरी बिजली मिलेगी।मुख्यमंत्री जन आवास को लेकर कहा कि जो मकान बनकर तैयार हो गए है, उन्हे जल्द दिए जाएं। कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया,ये आवास पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की देन है। प्रभारी मंत्री से पत्रकार ईंट भट्टों व अन्य मुद्दों पर बात कर ही कर रहे थे कि अधिकारी प्रभारी मंत्री को बीच में ही उठाकर ले गए। ऐसे में मंत्री पूरी बात भी नहीं कर पाए।
24 दिन में भूले गए मंत्री- जिले के प्रभारी मंत्री व अधिकारी मीटिंगों और प्रेस वार्ताओं के दौरान जिन मुद्दों पर बात होती है उनको लेकर कितना सजग रहते हैं, इसकी बानगी प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी की मीडिया से रुबरू होने के दौरान देखने को मिली। प्रभारी मंत्री 24 दिन पहले झालावाड़ आए थे, उस दौरान शहर के आसपास लग रहे ईंट भट्टे के मुद्दो को प्रमुखता से पत्रकार वार्ता में उठाया गया था, गुरुवार को फिर से ईंट भट्टे हटाने के मामले में सवाल किया तो प्रभारी मंत्री ने यहां तक कहा कियह बात उनके सामने नहीं हुई। हुई होती तो उनकी डायरी में नोट होती। जबकि 14 जुलाई को प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने मिनी सचिवालय के सभागार में पत्रकार वार्ता में अवैध ईंट भट्टों सहित विभिन्न मामलों को लेकर प्रभारी मंत्री ने इस मामले को दिखवाने के लिए कहा था। उस समय ये मामला समाचार पत्रों में प्रमुखता से छपा था। इस मामले में उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्य समिति का गठन भी किया है। बावजूद इस मामले में अभी तक कुछ नहीं हुआ है। शहर में प्रदूषण फेल रहा है।