चौमहला सहित भवानीमंडी, गरोठ, शामगढ़, सुवासरा, विक्रमगढ़ आलोट, महिदपुर रोड, नागदा, रतलाम एवं उज्जैन के जनप्रतिनिधि व बाशिंदे लंबे समय से कोटा-नागदा का रतलाम तक व सिरसा-कोटा का विस्तार उज्जैन या इंदौर तक करने की लंबे समय से मांग की जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह, उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया आदि भी इसके लिए प्रयासरत है। हाल ही में सुमित्रा महाजन ने भी कोटा-हिसार के विस्तार को लेकर रेल मंत्री को पत्र लिखा है। वहीं इन दोनों ट्रेन के विस्तार व अन्य मांगों को लेकर अनिल फ़िरोजिया ने रेल मंत्री से मुलाकात की है।
हो विस्तार तो मिले राहत
कोटा-नागदा-कोटा मेमू का संचालन पूर्व में भी रतलाम तक होता था लेकिन बाद में इसे नागदा तक ही कर दिया गया। जबकि रतलाम से कोटा की ओर दोपहर 02:10 बजे बड़ोदरा-कोटा पार्सल के बाद दूसरे दिन सुबह 07 बजे के पहले तक कोई साधारण ट्रेन नहीं है। सिरसा-कोटा का विस्तार उज्जैन या इंदौर तक और कोटा-नागदा मेमू ट्रेन का विस्तार रतलाम तक हो जाए तो आमजन को खासी राहत मिलेगी। वहीं कोरोना काल से बंद पड़ी हुई मुंबई-फ़िरोजपुर-मुंबई जनता एक्सप्रेस के भी पुनः संचालन से भी लोगों को खासी राहत मिलेगी।
– सरकार नई ट्रेनें चला रही है अच्छी बात है लेकिन छोटे स्टेशनों के यात्रियों की सुविधाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। यदि कोटा-नागदा मेमू को रतलाम तक व सिरसा-कोटा को उज्जैन या इंदौर तक बढ़ा दिया जाए तो आमजन के लिए ये वरदान साबित होंगी।
हेमप्रकाश टेलर, सेवानिवृत्त शिक्षक चौमहला
-मुंबई-फिरोजपुर जनता एक्सप्रेस रात्रि के समय रतलाम से आलोट, चौमहला, सुवासरा, शामगढ़ आदि के लिए मुफीद ट्रेन थी। अब रतलाम से दोपहर बाद कोई ट्रेन ही नही है। कोटा-नागदा को रतलाम तक व सिरसा-कोटा को उज्जैन या इंदौर तक बढ़ा देना चाहिए। ताकि साधारण श्रेणी के यात्रियों को इसका लाभ मिल सके।