जशपुर जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रमसमा कजरा निवासी प्रभात टोप्पो आरक्षक था। वह रायगढ़ जिले में पदस्थ था, लेकिन नशे का आदी होने के कारण ढंग से नौकरी नहीं करता था। ऐसे में 3-4 साल से वह ग्राम हर्राडांड़ में आकर पत्नी व बच्चों के साथ रह रहा था।
शराब पीकर वह हर दिन पत्नी व बच्चों से मारपीट करता था, जिससे उसकी पत्नी व बच्चे डर से रिश्तेदार के घर में रात में सोने चले जाते थे। मृतक के व्यवहार से उसके परिवार के 3 बड़े भाई समेत अन्य परिजन परेशान थे।
सबसे बड़ा भाई फिरदियूस टोप्पो मध्यप्रदेश के सागर में, दूसरे नंबर का भाई कोरनेलियूस टोप्पो 60 वर्ष गांव में ही तथा तीसरे नंबर का भाई रुबेन टोप्पो परिवार सहित रायपुर में रहता है।
घटना दिवस ये हुआ
25 अप्रैल की सुबह कोरनेलियूस व आरक्षक की पत्नी कफन-दफन कार्यक्रम में किराए के वाहन से पत्थलगांव गए थे। यहां रायपुर से रुबेन टोप्पो भी पहुंचा था। कफन-दफन कार्यक्रम के बाद दोनों रुबेन को लेकर आरक्षक भाई के घर रात 8.30 बजे पहुंचे। इस दौरान सबसे बड़ा भाई फिरदियूस पहले से वहां था। इसी बीच आरक्षक भी शराब के नशे में वहां पहुंचा। यह देख दोनों बड़े भाई फिरदियूस व रुबेन आरक्षक को यह समझाने लगे कि वह शराब मत पीए। इस बात पर उसने कहा कि मेरे घर में मुझे ही डांट रहे हो। वह पुलिसवाला है, दोनों को अंदर करवा देगा। इसके बाद दोनों भाइयों से उसने धक्का-मुक्की की।
डंडे से की बेदम पिटाई, हो गई मौत
धक्का-मुक्की से नाराज दोनों भाइयों ने उसकी डंडे से बेदम पिटाई कर दी। इस दौरान उसकी पत्नी ने मना किया लेकिन दोनों नहीं माने और पीटते रहे। मारपीट में वह गंभीर रूप से घायल होकर कराह रहा था तथा कुछ ही देर बाद बेहोश हो गया। इसके बाद दोनों भाई उसे रात में ही बोलेरो से ढोकर होलीक्रॉस अस्पताल कुनकुरी ले गए। यहां जांच पश्चात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने आरोपियों को भेजा जेल
आरक्षक भाई की मौत के बाद भाई कोरनेलियूस ने मामले की रिपोर्ट नारायणपुर थाने में दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने शुक्रवार को दोनों आरोपी भाइयों फिरदियूस टोप्पो 63 वर्ष व रुबेन टोप्पो 54 वर्ष को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।