गौरतलब है कि ई-केवाईसी की शुरूआत 1 दिसंबर 2023 से शुरू की गई है। इसके तहत सभी उपभोक्ताओं को अपना ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। पहले इसके लिए 31 मार्च डेडलाइन की गई थी। बाद में 31 मई तक बढ़ाई गई है। खाद्य विभाग और पेट्रोलियम कंपनियों के द्वारा उपभोक्ताओं से कहा जा रहा है कि केवाईसी करा लें। इसके बाद सत्यापन कराने वालाें को कई तरह की परेशानी होना तय है।
पेट्रोलियम कंपनियों ने साफ कर दिया है कि इस काम को गंभीरता से लें, नहीं तो जून से
सिलेंडर मिलने में दिक्कत आएगी। केंद्र सरकार की ओर से जारी नए नियमअनुसार जो उपभोक्ता ई-केवाईसी नहीं कराएंगे, उन्हें सस्ता सिलेंडर या सिलेंडर मिलने वाली सब्सिडी नहीं मिल पाएगी। इसलिए तय समय सीमा के भीतर केवाईसी कराने अपील की गई है।
LPG Gas E-kyc Update: गैस एजेंसी के अलावा खुद से भी केवाईसी करने का विकल्प
ई-केवाईसी के लिए पेट्रोलियम कंपनी ने दो विकल्प अपने ग्राहकों को दिए हैं। पहला संबंधित गैस एजेंसी में जाकर डॉक्यमेंट जमा कर अंगूठा लगाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। दूसरा विकल्प खुद से भी उपभोक्ता ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए मोबाइल पर इंडियन ऑयल वन एप डाउनलोड करना पड़ेगा। यहां ई-केवाईसी के ऑप्सन पर जाना होगा। यहां अंगूठे की जगह फेस (चेहरे की स्कैनिंग) से ई-केवाईसी कर सकते हैं।
LPG Connection Closed: फर्जी कनेक्शन होंगे ब्लॉक
केंद्र सरकार के नए नियम से फर्जी दस्तावेजों के सहारे सिलेंडर कनेक्शन लेने वालों के सिलेंडर ब्लॉक हो जाएंगे। बुकिंग नहीं हो पाएगी। ई-केवाईसी से यह पता चल जाएगा कि किसी भी घर में एक ही नाम से दो से ज्यादा सिलेंडर है तो दूसरा कनेक्शन ब्लॉक हो जाएगा। गलत ढंग से लिए गए कनेक्शन की पहचान करने, वास्तविक उपभोक्ताओं की संख्या जानकर आगे की योजना बनाने और सही उपभोक्ता तक सब्सिडी की राशि पहुंचे, इसके लिए ई-केवाईसी का नियम बनाया है।
जांजगीर में 64 तो सक्ती में 58% ही ई-केवाईसी
LPG gas E-kyc new rule: अविभाजित जांजगीर-चांपा जिले की बात करें तो जांजगीर-चांपा में अब तक 64.5 प्रतिशत ई-केवाईसी हुई है। जांजगीर-चांपा जिले में उज्जवला व नार्मल गैस उपभोक्ताओं की कुल संख्या 1 लाख 78412 हैं। इनमें से 1 लाख 15161 उपभोक्ताओं ने केवाईसी कराई है। 63 हजार 251 उपभोक्ताओं ने अब तक केवाईसी नहीं कराई है। सक्ती जिले की बात करें तो यहां 58.71 प्रतिशत ही ईकेवाईसी हुई है। यहां कुल 1 लाख 27014 उपभोक्ता हैं। इनमें 74 हजार 578 उपभोक्ताओं ने ही केवाईसी कम्पलीट कराई है। 52 हजार 436 उपभोक्ता अब तक ई-केवाईसी कराने नहीं पहुंचे हैं।