मुख्य नगरपंचायत अधिकारी को सौपे ज्ञापन में बलौदा के वार्ड 2 निवासी महेन्द्र पाल गिरी ने बताया कि अगस्त माह में नगर पंचायत बलौदा में
राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया गया था। आज 4 माह बीत जाने के बाद भी राशन कार्ड बन नहीं पाया है। ऑफिस का चक्कर काटकर परेशान है। महेन्द्र पाल दिव्यांग है। साथ ही उसकी पत्नी ईश्वरी गर्भवती है। इस कारण इलाज के लिए बार-बार अस्पताल जाना पड़ता है। 4 माह से पत्नी सहित कई बार नगर पंचायत ऑफिस का चक्कर काट चुके हैं। इसके बावजूद क्लर्क द्वारा घुमाया जा रहा है।
जबकि सभी दस्तावेज ऑफिस में जमा करने के बाद भी नहीं बनाया जा रहा है। मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा है। परेशान होकर दिव्यांग महेन्द्र पाल ने नगर पंचायत सीएमओ को ज्ञापन सौंपकर आत्महत्या की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत बलौदा कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगे। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी नपं सीएमओ व शासन-प्रशासन की होगी। आत्मदाह की चेतावनी देने से नगर पंचायत में हड़कंप मच गया। साथ ही उन्हें समझाइश देने की तैयारी की जा रही है।
आयुष्मान कार्ड से भी हो गया वंचित
महेन्द्र पाल ने बताया कि राशन कार्ड नहीं बनने से
आयुष्मान कार्ड भी बन पा रहा है। आयुष्मान कार्ड नहीं बनने से इलाज में ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। जबकि सभी का आयुष्मान कार्ड आसानी से बनाया जा रहा है। इधर नपं के मनमानी रवैया से आम लोग बहुत परेशान है।