काम लगभग अंतिम दौर में है। समिति के सदस्यों ने रविवार की शाम प्रेस कांफ्रेंस के जरिए पत्रकारों को बताया कि अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर बने पंडाल में 35 फीट ऊंची स्वर्णजड़ित मां की प्रतिमा बन रही है। आपको बता दें कि स्वर्णजड़ित मूर्ति को देखने के लिए पूरे प्रदेश के लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं। खासकर शाम को 4 बजे के बाद हर रोज तकरीबन दो लाख लोग दर्शन का लाभ लेते हैं। इस बार अयोध्या के राम मंदिर के नक्शे कदम पर विशाल पंडाल का निर्माण किया गया है जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र होगा। इसके अलावा चार और भी मूर्तियां श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
समिति के राजू पालीवाल, चेंबर ऑफ कामर्स के मनोज अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, पंकज अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि इस बार पूरा इलाका इकोफ्रेंडली होगा। इस बार नई व्यवस्था यह की गई है कि पूरे सात दिन तक मंदिर परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ होता रहेगा। साथ ही दिन भर फूलों की वर्षा की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए समितियों की ओर से 50 वालेंटियर्स तैयार किए गए हैं। जो मुख्य मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे। सड़क पर आवागमन करने वालों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना करना नहीं पड़ेगा। समिति के सदस्यों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए 50-50 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएगी।
पार्किंग के लिए चारों दिशाओं में स्थान तय दुर्गा माता के दर्शन के लिए पहुंचने वाले लोगों के लिए वाहनों की पार्किंग की चारों दिशाओं में व्यवस्था की गई है। बलौदा रोड के लोगाें के लिए कोल साइडिंग के अलावा नैला के स्कूल में पार्किंग व्यवस्था की गई है। वहीं जांजगीर से नैला पहुंचने वालों के लिए कान्हा पैलेस, अग्रसेन भवन के सामने वाहनों की पार्किंग की सुविधा दी गई है। वहीं कहीं भी अप्रिस स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस व दमकल की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा नैला में ही अस्थाई पुलिस चौकी का निर्माण किया गया है।