निर्भया के दोषियों की फांसी के ऐलान से इस कदर घबराया, प्लान बनाकर जेल से फरार हुआ रेप का आरोपी
सूत्रों के अनुसार नौकरशाही छोड़ सियासत में सक्रिय हुए शाह फैसल पर भी जल्द ही पीएसए लगाए जाने की संभावना है। पांच अगस्त 2019 के बाद केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर राज्य में जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत बंदी बनाए जाने वाले नईम अख्तर मुख्यधारा की सियासत से जुड़े छठे नेता हैं। बताया जा रहा है कि अख्तर पर पीएसए लगाए जाने का फैसला दो दिन पहले ही हो गया था। शनिवार को जब वह रिहा हुए घर पहुंचने से पहले पुलिस ने उन्हें पीएसए के तहत दोबारा हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें गुपकार रोड स्थित एम-5 सरकारी बंगले में कैद कर दिया। इस बंगले को सबजेल का दर्जा दिया गया है।
DGP का बड़ा खुलासा, नेट प्रतिबंध के बाद भी पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में हैं आतंकी, अपना रहे विशेष तकनीक
इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष डॉ फारुक अब्दुल्ला पर 17 सितंबर 2019 को पीएसए लगाया गया था। इसके बाद गत गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री और नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, नेकां महासचिव अली मोहम्मद सागर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती व उनके मामा सरताज मदनी को भी पीएसए के तहत बंदी बनाया गया। सरताज मदनी और अली मोहम्मद सागर को भी गुपकार रोड स्थित सरकारी बंगले में रखा गया है।