रोडवेज बस के कार्मिकों का कहना है कि विद्युत बिल का भुगतान सालों से नगरपालिका के द्वारा किया जाता है, लेकिन इस बार नगरपालिका के द्वारा बिल का भुगतान नहीं करने से अंधेरा पसरा रहता है। नगरपालिका के अधिकारियों ने बताया कि बस स्टैण्ड रोडवेज को किराए पर दिया हुआ है। पालिका ने भवन व अन्य आवश्यक सुविधाएं विकसित कर दी है, विद्युत बिल का भुगतान रोडवेज निगम को ही करना होगा। रोडवेज मैनेजर का फोन नो रिप्लाई आ रहा था।
1088 रुपए किराया वह भी 16 साल से बकाया
नगरपालिका के कार्मिकों ने बताया किरोडवेज बस स्टैण्ड 1987 में बनाकर रोडवेज को किराए पर दिया था। रोडवेज नगरपालिका को प्रतिमाह 1088 रुपए किराया देना होता है, लेकिन रोडवज की ओर से अप्रेल-2009 से किराया भी नहीं चुकाया गया है। अब रोडवेज को अपने स्तर पर ही विद्युत बिल का भुगतान करना होगा।
आवाजाही करती हैं 40 रोडवेज
यहां रोडवेज बस स्टैण्ड से रोजाना 30-40 रोडवेज बसें आवाजाही करती है। यहां से अहमदबाद, सूरत, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, पाली, जैसलमेर व बाड़मेर सहित कई शहरों के लिए रोडवेज की आवाजाही होती है। साथ ही यात्री भी बस में सवार होने के लिए यहां पहुंचते है। अंधेरा रहने से सुबह-शाम पहुंचने वाले यात्रियों को भी दिक्कत उठानी पड़ रही है। निगम ही जमा करवाए विद्युत बिल
नगरपालिका के द्वारा बस स्टैण्ड को किराए पर दिया है। रोडवेज राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा संचालित हो रही है। ऐेसे में रोडवेज को ही बस स्टैण्ड का विद्युत बिल का भुगतान करना चाहिए। रोडवेज को प्रतिमाह 1088 रुपए के हिसाब से पालिका में जमा करवाने होते है। किराया भी 16 साल से बकाया चल रहा है।
रविन्द्र खन्ना, ईओ, नगरपालिका-भीनमाल