राज्य की सरकार में हमारा विधायक रविवार को तय होगा। पांच साल में विधानसभा क्षेत्र और सरकार में जनता के प्रतिनिधियों के चेहरे सामने आ जाएंगे। भाजपा और कांगेे्रस के प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर ने जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी समर से जुड़ी उत्सुकता को चरम पर पहुंचा दिया है। वैसे दोनों क्षेत्रों को मिलाकर कुल 15 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनकी तकदीर के वोट रविवार को खुलेंगे। सीमांत जिले में 3 लाख 92 हजार 489 मतदाताओं ने मताधिकार का किया प्रयोग किया। जैसलमेर विधानसभा में 77.56 और पोकरण क्षेत्र में 87.79 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। इस तरह से जिले में कुल 82.36 प्रतिशत मतदान हुआ।
जैसलमेर में 2013 के प्रत्याशी आमने-सामने
कांग्रेस- रूपाराम मेघवाल
भाजपा- छोटूसिंह भाटी
कुल प्रत्याशी- 09
कुल मतदाता- 2,52,655
कुल मत पड़े- 1,95,952
मतदान प्रतिशत- 77.56
मतगणना राउण्ड- 20
टेबल-20
पुरुष मतदाता- 136704
पुरुष मतदान- 105752
प्रतिशत- 77.35
महिला मतदाता- 115978
महिला मतदान- 89998
प्रतिशत- 77.61
जैसलमेर- 2018 में मतदान प्रतिशत- 82.95
2018 में कौन जीता- रूपाराम मेघवाल (कांगे्रेस)
इस बार के विधानसभा चुनावों में जैसलमेर सीट पर कांग्रेस के रूपाराम मेघवाल और भाजपा के छोटूङ्क्षसह भाटी आमने-सामने हैं। ये दोनों प्रत्याशी अपने-अपने दलों से साल 2013 के विधानसभा चुनाव में भी टकराए थे। उस चुनाव में करीबी मुकाबले में भाजपा के छोटूसिंह विजयी रहे। उसके बाद 2018 के चुनावों में छोटूङ्क्षसह की जगह भाजपा ने सांगसिंह भाटी को प्रत्याशी बनाया और कांग्रेस ने पुन: रूपाराम पर ही भरोसा किया। इस चुनाव में रूपाराम ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। इस बार भाजपा ने फिर से उम्मीदवार बदलकर छोटूसिंह पर दांव लगाया है जबकि रूपाराम लगातार तीसरी बार कांग्रेस के निशान पर मैदान में हैं। कांग्रेस ने रूपाराम को लगातार तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है। यह जैसलमेर के चुनावी इतिहास में पहली बार हुआ। यहां कुछेक अपवादों को छोडकऱ प्रत्येक चुनाव में प्रत्याशी बदलने का रिवाज रहा है। भाजपा के छोटूसिंह 2008 और 2013 में लगातार दो बार प्रत्याशी बने और विजयी भी हुए लेकिन 2018 में उनकी टिकट कट गई।
पोकरण में पिछली बार के शूरमा मैदान में
कांग्रेस – शाले मोहम्मद
भाजपा – महंत प्रतापपुरी
कुल प्रत्याशी- 06
कुल मतदाता – 2,23,881
कुल मत पड़े – 1,96,537
मतदान प्रतिशत- 87.79
मतगणना राउण्ड – 22
टेबल – 14
पुरुष मतदाता- 119045
मतदान- 104045
प्रतिशत- 87.39
महिला मतदाता- 104836
मतदान- 92496
प्रतिशत- 88.22
पोकरण- 2018 में मतदान प्रतिशत- 88.27
2018 में कौन जीता – शाले मोहम्मद (कांग्रेस)
पोकरण में कांग्रेस ने शाले मोहम्मद और भाजपा ने महंत प्रतापपुरी को टिकट देकर चुनाव लड़ाया है। ये ही उम्मीदवार 2018 के चुनाव में आमने-सामने थे। उस कांटेदार मुकाबले में शाले मोहम्मद विजयी होकर विधानसभा में पहुंचे और कांग्रेस सरकार में केबिनेट मंत्री भी बने। पोकरण विधानसभा क्षेत्र साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। यहां हुआ पहला चुनाव कांग्रेस के शाले मोहम्मद ने बेहद नजदीकी मुकाबले में भाजपा के शैतानसिंह राठौड़ को हरा कर जीता। इसके बाद 2013 में हुए चुनाव में भाजपा के शैतानसिंह ने कांग्रेस के शाले मोहम्मद को विशाल अंतर से पराजित कर दिया। 2018 में कांग्रेस ने पुन: शाले मोहम्मद को ही मैदान में उतारा जबकि भाजपा ने प्रत्याशी बदलते हुए महंत प्रतापपुरी पर विश्वास जताया। शाले मोहम्मद इसमें विजयी रहे थे। इस तरह से कांग्रेस के शाले मोहम्मद अब तक हुए चारों चुनावों में पार्टी के प्रत्याशी बने हैं जबकि भाजपा ने अब तक दो प्रत्याशियों को आजमाया है।