बाड़ ही खेत को खाए
-अवैध खनन के गोरखधंधे को राजनीतिक रूप से कद्दावर लोगों की तरफ से शह दिए जाने के कारण यह मर्ज लाइलाज बना हुआ है।
-इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि भी बेधडक़ इस काम में जुटे होने से अवैध खननकर्ताओं को रोकने वाला कोई नहीं दिखता।
-जब कभी उनके आपसी हित टकराते हैं, तब ही वे लोग खान विभाग या प्रशासन तक शिकायतें पहुंचाते हैं।
-अवैध खनन के कारोबार के खिलाफ यदा-कदा काईवाइयां बीते समय में की गई है।
-गत दिनों हिटाची जैसी भारी भरकम मशीनरी व पत्थर परिवहन करने में काम आने वाले ट्रक मौके पर से जब्त किए गए।
-कार्रवाइयों में खनन विभाग के साथ प्रशासन व पुलिस भी साथ रहा।
-एकाधिक कार्रवाइयां यूआइटी की पहल पर भी हुई लेकिन अधिकांश समय जिम्मेदार इस समस्या की तरफ से आंखें ही मूंदे रहते हैं।
-पत्थर के अलावा जैसलमेर शहर व उसके ग्रामीण क्षेत्रों में बजरी व रेत का अवैध खनन करने का धंधा भी बेरोकटोक किया जा रहा है।
प्रभावी कार्रवाई करेंगे
मुझे दो दिन पहले कार्यभार सौंपे जाने के आदेश हुए हैं। इसकी पालना में गुरुवार को कार्यभार ग्रहण करूंगा। जैसलमेर में जहां से भी अवैध खनन किए जाने की सूचना मिलेगी, वहां टीम भिजवा कर प्रभावी ढंग से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– भगवानसिंह भाटी, खनि अभियंता, खान विभाग जैसलमेर