राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार को जैसलमेर के शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में राजीविका के तत्वावधान में आयोजित महिला स्वयं सहायता समूह लखपति दीदी के कार्यक्रम में मौजूद हजारों महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इतनी तादाद में राजस्थान के इस हिस्से में महिलाओं को भागीदारी करते हुए देखकर वे अभिभूत हैं।
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राजस्थान गौरवमयी परंपरा की भूमि
राष्ट्रपति ने कहा कि गौरवमयी परम्पराओं की भूमि राजस्थान आकर उन्हें अत्यंत हर्ष हुआ है। उन्होंने राजस्थान को वीरता, इंद्रधनुषी संस्कृति, अध्यात्म, खान-पान, संगीत-नाटक, चित्रकला आदि के लिए प्रसिद्ध बताया। राष्ट्रपति ने पधारो म्हारे देस के ध्येय वाक्य को याद करते हुए प्रदेश की अतिथि परम्परा की भी सराहना की। उन्होंने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, मीरां बाई, पन्नाधाय का जिक्र करते हुए कहा कि वे इस धरती को नमन करती हैं। इससे पहले शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित सैन्य कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। इस अवसर पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री भी उनके साथ थे।
11.24 लाख महिलाओं को लाभ दिलाने का लक्ष्य
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला वह शक्ति है, जो पूरे विश्व का हित सोचती है। प्राचीन पुराणों व शास्त्रों में बताया गया है कि नारी से ही सृष्टि का संचालन हो रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश की 11.24 लाख महिलाओं को लखपति दीदी योजना का लाभ दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। समारोह को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत, कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और अतिरिक्त मुख्य सचिव पंचायतीराज अभय कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु, राज्यपाल मिश्र और मुख्यमंत्री शर्मा ने स्वयं सहायता समूहों से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन कर महिला उद्यमियों से संवाद किया।