गौरतलब है कि
जैसलमेर जिले में कुरजां पक्षियों की मौत की पहली रिपोर्ट 12 जनवरी को सामने आई थी। इसके बाद प्रशासन ने मृत पक्षियों के नमूने लिए और उन्हें भोपाल के निशाद (राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान) भेजा। 14 जनवरी को प्राप्त रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि मृत पक्षियों में से एक में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) का संक्रमण पाया गया।
प्रशासन की तैयारी
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग और वन विभाग पूरी तरह सतर्क हो गए हैं। जिला कलेक्टर के नेतृत्व में सभी विभाग मिलकर इसे नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं। पक्षियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू है या कोई और वजह, इसे लेकर अभी संशय बना हुआ है।
नए नमूनों की जांच
पशुपालन विभाग के निदेशक आनंद सेजरा ने बताया कि मोहनगढ़ क्षेत्र में मृत पाए गए पक्षियों के नमूने भी आज निशाद भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने तक इलाके में निगरानी और सतर्कता बरती जा रही है।
स्थिति नियंत्रण में
सेजरा ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। जिला प्रशासन और संबंधित विभाग प्रभावित इलाकों में प्रत्येक पक्षी की निगरानी कर रहे हैं और सतर्कता बरत रहे हैं। साथ ही, जलाशयों और पक्षी आवास क्षेत्रों को विशेष निगरानी में रखा गया है।
जनता के लिए संदेश
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि अगर उन्हें पक्षियों में असामान्य गतिविधि या मौत का मामला दिखे, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। बर्ड फ्लू से बचाव के लिए हर संभव एहतियात बरती जा रही है।