प्रदेश में पहले चरण में 21 लाख पशुओं का बीमा
पहले चरण में राज्य के 21 लाख पशुओं का बीमा किया जाना है, जिसमें प्रदेश के 5-5 लाख दुधारू गाय-भैंस, 5-5 लाख भेड़-बकरी तथा 1 लाख ऊंटों का बीमा किया जाना प्रस्तावित है। इस योजना में 400 करोड़ रुपए व्यय होंगे। यदि योजना में इनसे अधिक पशुओं के बीमे के लिए आवेदन मिलते है तो लॉटरी के आधार पर पशुपालक का चयन किया जाएगा। बीमा एक वर्ष के लिए होगा और पशुपालक को कोई प्रीमियम नहीं देना होगा। योजना के तहत किसी भी प्राकृतिक या आकस्मिक दुर्घटना में पशु की मौत होने पर बीमा क्लेम मिलेगा व अधिकतम राशि 40000 देय होंगे।नहीं देना होगा प्रीमियम
एक जनाधार से पशुपालक के अधिकतम 2 दुधारू पशु गाय, भैंस अथवा दोनों, 10 बकरी या फिर 10 भेड़, एक उष्ट्र वंश पशु का नि:शुल्क बीमा होगा। यह बीमा उन्हीं पशुओं का होगा जो किसी अन्य योजना में बीमित नहीं होंगे। यह बीमा एक वर्ष के लिए होगा। पशुपालक को इसके लिए कोई प्रीमियम नहीं देना होगा। बीमा राशि का निर्धारण पशु की नस्लए उम्र व दुग्ध उत्पादन क्षमता के आधार किया जाएगा, लेकिन किसी भी स्थिति में बीमा की अधिकतम राशि 40 हजार रुपए से अधिक नहीं होगी।जन-आधार से होगा पंजीयन
पशुपालक ई-मित्र या फिर आपने एंड्रॉयड मोबाइल से मुख्यमंत्री मंगला पशु योजना एप डाउनलोड कर उसमें जन आधार के अंक देने के बाद जनाधार से जुड़े मोबाइल नम्बर से ओडीपी जाएगी। ओडीपी फेरीफाई होने के बाद पशु का फोटो, उम्र व टैग नम्बर डालकर पंजीयन कर सकेंगे।बढ़ाई है तिथि
मुख्यमंत्री मंगला पशु योजना में पशुओं का बीमा किया जा रहा है। पशुपालक नजदीकी ई-मित्र या अपने मोबाइल फोन या नजदीकी पशु चिकित्सालय केंद्र में जाकर पशुओं का बीमा करवा कर सकेंगे। सरकार ने योजना की अंतिम तिथि 22 जनवरी को बढ़ाकर 31जनवरी कर दिया गया है।- उमेश वारंगटीवार, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग जैसलमेर