युवक से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाने के बाद परिजन से 10 लाख रुपए फिरौती मंगवाई। लेकिन युवक के एक परिचित ने गैंग को 5 लाख रुपए फिरौती के दिए तब युवक को छोड़ा गया। बदमाशों के चंगुल से मुक्त होने के बाद युवक ने सदर थाने पहुंचकर मामला दर्ज करवाया।
पुलिस ने एक आरोपी को बापर्दा गिरफ्तार किया, जबकि युवती सहित पांच आरोपियों को तलाश रही है। डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि दिल्ली निवासी राजेन्द्र ने सदर थाने में रिपोर्ट दी कि 10 अक्टूबर को जगतपुरा में रहने वाले ताऊ के घर आया था। दिल्ली से जयपुर जंक्शन पहुंचकर एक कैब किराए पर ली। कैब चालक ने गांधी नगर रेलवे स्टेशन से एक अन्य व्यक्ति को भी कार में बैठा लिया।
जगतपुरा की बजाय प्रताप नगर ले गया। वहां तीन कार पहले से थी और तीन युवक थे। पीड़ित को कार से उतारकर एक फ्लैट में ले गए, वहां बंदूक दिखाकर एक युवती के साथ फोटो खींचे व वीडियो बनाए। फिर फोटो-वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर ऑनलाइन एक लाख रुपए से अधिक पैसे ट्रांसफर करवा लिए।
परिजन से 10 लाख रुपए फिरौती मंगवाने के लिए मारपीट की। एक परिचित को पैसे लेकर बुलाया। आरोपी जयपुर व जयपुर ग्रामीण के कई क्षेत्रों में पीड़ित को घुमाते रहे। बाद में महवा में परिचित को बुलाकर 5 लाख रुपए वसूल उसे छोड़ा। परिचित अपने दो अन्य साथियों के साथ आया था। बदमाशों ने पैसों के साथ उनके भी मोबाइल ले लिए थे।
कैब चालक ने खोली पोल
थानाप्रभारी बलबीर कसवां के मुताबिक कैब चालक संजय मीणा ने बताया कि रेलवे स्टेशन से बैठे यात्री को जगतपुरा लेकर पहुंचा, वहां पहुंचने के बाद यात्री ने मोबाइल में प्रताप नगर की लोकेशन दिखाते हुए वहां ले जाने को कहा। वह लगातार मोबाइल पर एक युवती से बात भी कर रहा था। प्रताप नगर में जहां उतरा, वहां पहले से कुछ लोग खड़े थे। यात्री को छोड़कर वापस लौट आया था। पीड़ित राजेन्द्र ने पूछताछ में बताया कि सात-आठ दिन पहले सोशल मीडिया पर युवती से संपर्क हुआ था। युवती ने ही जयपुर में मिलने बुलाया था। युवक से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाने के संबंध में तकनीकी टीम ने जांच के बाद एक आरोपी को पकड़ा, जिसने बताया कि दोस्त की परिचित युवती को गैंग में शामिल कर वारदात को अंजाम दिया।