राजस्थान साहित्य अकादमी नोडल एजेंसी पद्य श्रेणी में कन्हैया लाल सेठिया साहित्य पुरस्कार,लोक साहित्य/कला श्रेणी में कोमल कोठारी लोक साहित्य पुरस्कार, भाषा/अनुसंधान श्रेणी में डॉ. सीताराम लालस भाषा एवं अनुसंधान पुरस्कार और गद्य श्रेणी में विजयदान देथा साहित्य पुरस्कार दिए जाएंगे। राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर को इन पुरस्कारों के लिए नोडल एजेंसी बना गया है। कला, साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व विभाग प्रशासनिक विभाग होगा।
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लोक कला विकास बोर्ड का होगा गठन- कलाओं के प्रचार-प्रसार का प्रयास दिए जाएंगे 11-11 लाख रुपए के पुरस्कार साहित्यकारों को पुरस्कार स्वरूप 11-11 लाख रुपए नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और शॉल प्रदान किए जाएंगे। पुरस्कार मरणोपरांत भी दिए जा सकेंगे। सम्मान उन व्यक्तियों, संस्था अथवा संगठन में बांटा जा सकेगा, जिन्हें चयन समिति समान रूप से पात्र समझती है। सभी पुरस्कार राज्य सरकार की ओर से आयोजित राजस्थान लिटरेचर फेस्टिवल, राजस्थान दिवस अथवा अन्य अवसरों पर प्रदान किए जा सकेंगे।
यह है चयन समिति के सदस्य पुरस्कार चयन के लिए गठित स्थायी समिति के अध्यक्ष राज्य सरकार की ओर से मनोनीत गैर राजकीय व्यक्ति होंगे। पद्मश्री/साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित राज्य सरकार द्वारा मनोनीत दो साहित्यकार, राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर के अध्यक्ष एवं कला एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख शासन सचिव इस समिति में सदस्य और उप शासन सचिव सदस्य सचिव होंगे। समिति प्राप्त आवेदनों पर विचार करने के बाद तीन-तीन के समूह में चयनित साहित्यकारों का पैनल बनाकर अनुशंसा सहित अंतिम निर्णय के लिए प्रशासनिक विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रस्तुत करेगी। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।