पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि न्याय के देवता शनि का राशि परिवर्तन 3 अक्टूबर को हो गया है। इस परिवर्तन से कुंभ राशि के जातकों को लाभ होगा। जो लोग उच्च शिक्षा में प्रयास कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलेगी। शनि देव इस स्थिति में 27 दिसंबर की सुबह तक रहेंगे। फिर वापस पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में चले जाएंगे।
9 अक्टूबर को गुरु में वक्री होने जा रहे हैं। यह राशि परिवर्तन सुबह 9 बजकर 55 मिनट होगा। इस गोचर का विपरीत असर मेष, मिथुन, सिंह व धनु राशि वालों पर पड़ सकता है। इस अवधि में ये लोग नकारात्मक ऊर्जा से ग्रसित हो सकते हैं। साथ ही इस समय में गलत निर्णय ले सकते हैं जिससे भविष्य में हानि होगी। शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय करें।
ज्योतिषाचार्य व्यास ने बताया कि बुध ग्रह को तटस्थ ग्रह माना गया है। इसके अलावा बुध ग्रह वाणी,संचार और व्यापार के कारक ग्रह माने गए हैं। बुध ग्रह के शुभ प्रभाव से शिक्षा, गणित, लेन-देन, निवेश और बिजनेस में फायदा मिलता है। इसके प्रभाव से फायदेमंद योजनाएं बनती हैं। इसके साथ ही शरीर में बुध का असर त्वचा और आवाज पर पड़ता है। बुध के शुभ प्रभाव से इंसान चतुर बनता है। बुध के अशुभ प्रभाव से इन्हीं मामलों में नुकसान होता है। 10 अक्टूबर को बुध ग्रह तुला राशि में प्रवेश करेंगे। यह राशि परिवर्तन सुबह 11.13 मिनट पर होगा। इससे तुला राशि वालों को लाभ होगा। रुके हुए काम पूरे होंगे। बिजनेस में उठाया गया हर कदम सफल होगा।
ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सुख, समृद्धि और वैभव प्रदान करने वाला ग्रह माना गया है। शुक्र ग्रह का प्रभाव इनकम, खर्चा, शारीरिक सुख-सुविधाएं, शौक और भोग-विलास पर होता है। इस ग्रह के कारण विवाह, पत्नी, अपोजिट जेंडर और यौन सुख संबंधी मामलों में शुभ-अशुभ बदलाव देखने को मिलते हैं। शरीर में शुक्र का प्रभाव प्राइवेट पाट्र्स पर पड़ता है। इसके अशुभ प्रभाव से खांसी और कमर के निचले हिस्सों में बीमारी होती है। 13 अक्टूबर को शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं। यह राशि परिवर्तन प्रात: 06.13 मिनट पर होगा। यह स्थिति मेष और वृश्चिक राशि वालों के लिए फायदेमंद साबित होगी। आर्थिक स्थिति पैदा होने से जीवन स्तर सुधरेगा।