भारी बारिश से कस्बा एक बार फिर टापू में तब्दील हो गया। बस स्टैंड के पास स्कूल के बच्चों से भरी एक बस भी फंस गई। पानी के बीचों बीच बस बंद होने से उसमे सवार बच्चों में अफरा तफरी मच गई। बच्चे डर से जोर से चीखने- चिल्लाने भी लगे। बाद में एक ट्रेक्टर- ट्रॉली की मदद से उन्हें बाहर निकालकर स्कूल पहुंचाया गया। अलवर जिले के राजगढ़ में 30 मिमी बरसात हुई। गनीमत रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। प्रतापगढ़ जिले में सुबह से बारिश का दौर रुक-रुककर चलता रहा।
आधे शहर में पौन घंटे तेज बारिश, घरों में घुसा पानी:
जयपुर शहर में बुधवार को छितराई बारिश हुई। आधे शहर में पौन घंटे तक तेज बारिश हुई। शाम 5.30 बजे सिविल लाइंस, बरकत नगर, महेश नगर, मानसरोवर, गोपालपुरा, वैशाली नगर सहित आस-पास के इलाकों में तेज बारिश हुई। लोगों के अनुसार पानी का प्रवाह इतना तेज था कि नालों से निकासी ही नहीं हो पाई। पानी घरों में भर गया।
कलक्ट्रेट व मौसम विभाग के स्टेशन में बारिश दर्ज नहीं की गई। जबकि एक ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन पर 9 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि, लोगों का कहना है कि अचानक इतनी तेज बारिश हुई, मानो बादल फट गया हो। वहीं आधा शहर सूखा ही रह गया। जेएलएन मार्ग, झालाना, मालवीय नगर व आस-पास के इलाके में बारिश नहीं हुई। इससे पहले बुधवार तड़के चार बजे भी अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में शहर में 60.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
माउंट आबू में झमाझम बारिश:
माउंट आबू में झमाझम बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में 134 मिमी बारिश दर्ज की गई। माउंट आबू-आबूरोड मार्ग से लेकर गुरुशिखर तक सडक के दोनों ओर जगह-जगह पहाडियों से झरने बहने लगे, जिसे निहारने का पर्यटकों ने आनंद लिया। नक्की झील के दोनों दरवाजों से ओवरफ्लो होकर बहते पानी के झरनों के आकर्षक नजारों को निहारने व कैमरे में कैद करने वालों का भी दिन भर तांता लगा रहा। वहीं पेयजल स्रोत लोअर कोदरा बांध छलकने के कगार पर है। अप्पर कोदरा बांध में भी पानी की आवक में वृद्धि दर्ज की जा रही है।