लेकिन इन तैयारियों के बीच सबसे ख़ास बात जो देखने को मिली वो थी राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल का सख्त रवैया। जानकारी के अनुसार इस बैठक के दौरान उन्होंने सभी नेताओं को नाम लिए बगैर सख्त हिदायत देते हुए अनुशासन में रहने की बात कही। ये तक चेताया कि अब नेताओं की अनुशासनहीनता किसी भी सूरत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
हरीश चौधरी की बात पर भड़के वेणुगोपाल, भरी बैठक में लताड़ाबायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि किसी के मन में कोई बात है तो वह कहेगा ही। इस पर वेणुगोपाल उखड़ गए। उन्होंने कहा, आपके मन में कुछ है तो बोलें। चौधरी ने कहा कि मेरे मन में बहुत कुछ है, लेकिन मैं यात्रा समाप्त होने के बाद बोलूंगा। यह सुन कर वेणुगोपाल और भड़क गए।
उन्होंने कहा … वाट डू यू मीन…? यू आर सीडब्लूसी मेंबर, यू आर इंचार्ज ऑफ पंजाब कांग्रेस। हाऊ कैन यू से लाइक दिस ? (आप सीडब्ल्यूसी के मेंबर हैं, आप पंजाब के कांग्रेस प्रभारी हैं। इतने वरिष्ठ होने के बावजूद आप इस तरह की बात कैसे कह सकते हैं? )
वेणुगोपाल के लहजे को भांप कर चौधरी समेत अन्य नेताओं ने भी चुप्पी साध ली। वेणुगोपाल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी नेता पार्टी के अनुशासन में रहें, यदि किसी ने गड़बड़ की तो फिर वह कार्रवाई के लिए तैयार रहे। यात्रा के दौरान तो अनुशासित रहना है ही। यात्रा के बाद भी इसे कायम रखें, ताकि अगले विधानसभा चुनावों में पार्टी जीत हासिल करें।
उनका इशारा खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की ओर था। हालांकि गुढ़ा बैठक में मौजूद नहीं थे। वेणुगोपाल ने तल्ख लहजे में कहा… यदि किसी मंत्री ने गुटबाजी या बयानबाजी की तो 24 घंटे में उसे हटा दूंगा। मंत्रियों को अपने विभागों की तरफ ध्यान देना चाहिए।
तुरंत दिखा असर… गहलोत-पायलट के बीच सियासी तल्खी का पारा उतरा
वेणुगोपाल की क्लास का असर भी तुरंत देखने को मिला। गहलोत और पायलट के बीच सियासी तल्खी का पारा भी कुछ उतरता दिखा। बैठक के दौरान दोनों धुर विरोधी नेताओं ने एक दूसरे का अभिवादन भी किया। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लेकर कहा कि जब पार्टी के नम्बर वन नेता ने कह दिया कि हम दोनों नेता पार्टी की एसेट्स हैं तो फिर बाकी क्या रह जाता है। मीडिया में बयान देते समय भी वेणुगोपाल ने गहलोत और पायलट को अपने दोनों ओर खड़ा रखा। दोनों को बराबर तवज्जो देना इस बात का प्रमाण है कि पार्टी इन दोनों नेताओं को साथ रख कर ही आगामी चुनाव में उतरेगी। मीडिया के सामने वेणुगोपाल ने गहलोत और पायलट का हाथ थाम कर ऊपर उठाते हुए कहा कि दिस इज द न्यू फेस ऑफ राजस्थान कांग्रेस। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान देश की जनता को राहुल गांधी का असली चेहरा देखने को मिला है।