पुलिस वाहन चोरी की घटनाओं को रोक पाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। वाहन चोरों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है, यही वजह है कि बदमाश दिन दहाड़े भी वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचक रहे हैं। अगर मार्च महीने के माहवार तुलनात्मक स्थिति देखे तो वर्ष 2021 मार्च महीने में दुपहिया वाहन 429 चोरी हुए थे। वर्ष 2022 मार्च के महीने में 373 वाहन चोरी हो चुके है। इसी तरह अगर चौपहिया वाहनों की बात की जाए तो वर्ष 2021 मार्च महीने में 69 वाहन चोरी हुए जबकि मार्च 2022 में 54 वाहन चोरी हो चुके हैं। इसके अलावा अप्रेल महीने की बात की तो महज पांच दिनों में ही 50 वाहन चोरी हो चुके हैं। इनमें पूर्व जिले में 18, पश्चिम में 12,उत्तर में 8 और दक्षिण जिले में 12 वाहन चोरी हो चुके हैं।
महेश नगर में रहने वाले कैलाश खण्डेलवाल ने बताया कि उनकी कार घर के बाहर खड़ी रहती है। पड़ोस में बाइक चोरी हो गई थी। इसके बाद वह रात को भी उठकर कार को चैक करते रहते है। चोरी का आलम तो यह है कि पड़ोस में रहने वाले सीपी गुप्ता के घर के अंदर खड़ी साईकिल को ही चोर चुराकर ले गए थे। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। इसके बाद भी पुलिस अभी तक चोरों को नहीं पकड़ पाई
पुलिस ने कुछ समय पहले वाहन चोरों को पकड़ा था। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उनका पूरा जोर नई गाड़ियों को चुराने में रहता है। एक वाहन की कीमत पांच से सात हजार रुपए मिल जाती है। जबिक पुराने वाहन को तीन हजार रुपए में बेचते है। अगर नई गाड़ी की बात करे तो एक बाइक करीब 60 से 70 हजार रुपए में पड़ती है ऐसे में चोर खून पसीने की गाढ़ी कमाई को महज सात से आठ हजार रुपए में बेच रहे हैं। कई वाहन चोर तो कबाड़ी को महज औने पौने दामों में बेच देते हैं, ताकि चोरी के वाहन को जल्दी ठिकाने लगाया जा सके।
वाहन चोरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, कई शातिर वाहन चोर गिरोह पकड़े जा चुके है और उनसे बाइकों को भी बरामद किया गया हैं। पुलिस इस मामले में वाहन चोरों पर सख्ती करेगी।
एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा