देवनानी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को भगवा से चिढ़ क्यों है, यह समझ नहीं आता। त्याग और बलिदान का प्रतीक यह रंग तिरंगे में है। उन्होंने सरकारी लेटर हैड से दीनदयाल उपाध्याय का फोटो हटाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राष्ट्र व राज्य की अस्मिता को ताक में रखकर काम कर रही है। देवनानी ने अकबर को पहले आक्रांता कहा, लेकिन जब उनसे सवाल किया कि देशभर में अकबर को महान ही पढ़ाया जाता है तब देवनानी बोले कि अकबर को शासक के तौर पर पढ़ाया जाना स्वीकार किया जा सकता है, लेकिन महान तो प्रताप ही थे। कांग्रेस के दो मंत्रियों में प्रताप को लेकर विवाद है, ऐसे में मुख्यमंत्री को सरकार का पक्ष स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने शिक्षा के बंटाधार के आरोप का जवाब खुद के कार्य गिनाकर दिया।