गुणवत्ता जांचने वालों पर भी एक्शन के निर्देश
उन्होंने बारिश में शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों से बातचीत की। बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से बनाई सड़कों की गुणवत्ता पर बात आई तो मंत्री ने जांच के निर्देश दिए। मंत्री ने बैठक में यहां तक कहा कि गरीब आदमी की जेब से टैक्स जा रहा है और हम उसी को सुविधा नहीं दे रहे हैं। दिवाली से पहले सड़कें बन जाएंगी- खर्रा
मंत्री ने कहा कि सीवरेज और ड्रेनेज का प्लान बनाया जाएगा और भविष्य में उसी के हिसाब से काम होगा। सड़कों का काम जल्द होगा। दिवाली से पहले सड़कें बन जाएंगी। पहले मुख्य सड़कें और फिर कॉलोनियों की सड़कें बनेंगी। इससे पहले बैठक में अधिकारियों ने बताया कि शहर में 248 करोड़ रुपए सड़कों की मरम्मत, निर्माण, रोड लाइट और नाला निर्माण पर खर्च होंगे।
रोड एम्बुलेंस से भरे जा रहे गड्ढे
इधर, जेडीए ने इनफेयर्ड रिसाइक्लिंग-मोबाइल मशीन (रोड एम्बुलेंस) से सड़कों के गड्ढे भरने का काम शुरू कर दिया है। इस तकनीक से 2.0×1.0 वर्ग मीटर के पेचवर्क का कार्य किया जा रहा है। सड़क साफ करने के बाद बिटुमन मिक्स को पोट होल्स में डाला जाता है और इसे 130 से 180 डिग्री पर हीटर से गर्म किया जाता है। कुछ ही समय में सड़क तैयार हो जाती है। जेडीए अधिकारियों की मानें तो करीब 11 वर्ष पहले इस मशीन का प्रयोग जेडीए ने किया था।