पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह वाहन चुराने से पहले रैकी करते थे। रैकी करने के बाद वारदात को अंजाम देते थे। कार बाइक चुराने के बाद वह उससे सस्ते दामों में बेच देते थे। आरोपी मौज मस्ती और शौक को पूरा करने के लिए वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि वाहन चुराने के बाद वह किन लोगों को बेचा करते थे। पुलिस का मानना है कि आरोपियों से और भी वारदातों का खुलासा हो सकता है।