हम बात कर रहे हैं खातीपुरा रेलवे स्टेशन की। इन दिनों इसे सेटेलाइट स्टेशन के तौर पर विकसित करने का काम तेजी से चल रहा है। जयपुर जंक्शन पर पड़ रहे यात्री दबाव के चलते यह निर्णय लिया गया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार बजट घोषणा 2018-19 में इस उपनगरीय स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के तौर में विकसित करने की घोषणा हुई थी। इस पर 187.39 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसका विभिन्न चरण में कार्य हो रहा है।
इसका काम इस महीने पूरा होना था, लेकिन कोरोना के चलते काम में देरी हो गई। सामने आया कि, इसके दो मंजिला भवन को राजस्थानी हैरिटेज लुक में निर्मित किया जा रहा है। इसका 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। अब इसे अगले वर्ष जून तक आमजन के लिए शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके शुरू होने के बाद दिल्ली के सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन की माफिक यहां से जयपुर से दिल्ली व आगरा के लिए ट्रेनों का संचालन हो सकेगा। इससे जयपुर जंक्शन का भार भी कम होगा।
चार हो गए प्लेटफार्म, ओवरब्रिज भी बनाया
– यहां प्लेटफॉर्म 2 से बढ़कर 4 हो जाएंगे। खास बात है कि सभी प्लेटफॉर्म की लंबाई 600 मीटर होगी, जिससे लंबी ट्रेनों का आसानी से संचालन हो सकेगा। यहां एक वृहद् फुट ओवरब्रिज, शैड, रैम्प बनाए जा रहे हैं। साथ ही एस्केलेटर समेत कई अतिआधुनिक टर्मिनल सुविधाएं भी विकसित की जाएगी। रेलवे भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। यहां वेटिंग एरिया, टिकट घर, आरक्षण कार्यालय, पार्किंग समेत कई मूलभूत सुविधाएं विकसित होंगी।
भटेसरी कोच केयर के लिए अभी इंतजार
इधर खातीपुरा स्टेशन से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर भटेसरी में कोच केयर कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जा रहा है। इसकी भी वर्ष 2019-20 में घोषणा हुई थी। यहां ट्रेनों के रख-रखाव व साफ सफाई का कार्य किया जाएगा। इसके लिए भी 204.78 करोड़ रुपए राशि स्वीकृत की गई है। इसके लिए अभी भूमि अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। हालांकि इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
खातीपुरा सेटेलाइट स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है। संभवत: इसे जून तक आमजन के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इससे जयपुर जंक्शन पर भार कम होगा। साथ ही यह नए उपनगरीय स्टेशन के तौर पर शुरू होगा। यह सौगात है।
– कैप्टन शशि किरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर-पश्चिम रेलवे