नारायण सिंह तिराहा से मोती डूंगरी सर्कल तक अतिक्रमण और बसों के कारण जाम के हालात बने रहने पर गुरुवार को यहां कार्रवाई की गई थी। कार्रवाई के बाद सड़क पर वाहनों को सुगम राह मिलती रही। सड़क भी खुली-खुली नजर आने लगी। लेकिन कार्रवाई के दो घंटे बाद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रीति चन्द्रा निरीक्षण करने पहुंचीं तो उन्हें पहले जैसे ही हालात मिले।
सड़क पर आड़ी-तिरछी बसों के खड़े होने से मार्ग पर जाम लगा था। चन्द्रा ने यह देख स्थानीय ट्रैफिक के पुलिस अधिकारियों को क्षेत्र का पुन: निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि अगले सात दिन तक लगातार कार्रवाई की जाए ताकि बस लगाने वालों को नियमों की जानकारी का पता चले। चन्द्रा ने नारायण सिंह तिराहा से मोती डूंगरी सर्कल तक पुलिस लाइन से 10 पुलिसकर्मियों की अतिरिक्त ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिए।
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि शहर में अत्यधिक भीड़ वाले क्षेत्रों में छोटे-छोटे सुधार कर आम वाहनों के लिए सुगम राह बनाई जा सकती है। एसएमएस अस्पताल होने के कारण यहां टोंक रोड, आगरा रोड व दिल्ली रोड की तरफ से आने वाले मरीज भी नारायण सिंह तिराहे से मोती डूंगरी सर्कल तक जाम में फंस जाते हैं।
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नगर निगम अधिकारियों को ट्रांसपोर्ट नगर और लालकोठी सब्जी मंडी के पास भूमिगत मार्ग पर भी कार्रवाई के बाद ठेले फिर आ खड़े होते हैं। इनसे जाम लगा रहता है। ठेलों पर सामान खरीदने वाले अपने वाहन भी सड़क के बीच में खड़ा कर देते हैं, जिससे रास्ता भी अवरुद्ध हो जाता है।
प्रीति चन्द्रा ने बताया कि कुछ दिन पहले ट्रैफिक को लेकर संबंधित विभागों की मीटिंग हुई थी। मीटिंग में नगर निगम की तरफ से तिराहा-चौराहा पर थड़ी अलॉट नहीं करने का मुद्दा उठाया था। तिराहा-चौराहा के कोने पर ही थड़ी लगने से वहां जाम की स्थिति बनी रहती है। थड़ी पर सामान लेने वाले तिराहा-चौराहा पर वाहन पार्क कर देते हैं। इससे पीछे से आने वाले वाहन चालकों को खड़े रहना पड़ता है। जबकि दुकान से सामान लेने वाले गलत दिशा में वाहन दौड़ा ले जाते हैं। इससे भी हादसे की आशंका रहती है।