इस मंदिर में यात्रियों का तांता लगा रहता है। एसीएफ बीएल नेहरा ने बताया कि इस क्षेत्र में लगातार बाघ का मूवमेंट होने के कारण जमवारामगढ़ रेंज, रायसर रेंज व अजबगढ़ रेंज के अधिकारी व करीब चालीस वन कर्मचारियों का अतिरिक्त जाब्ता तैनात रहा। जिससे किसी भी प्रकार की जनहानि को टाला जा सके। बाघ का मूवमेंट रहने से अभयारण्य क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है।
गौरतलब है कि पिछले महीने रणथम्भौर से दो युवा बाघ टी-132 व बाघ टी-136 टेरेटरी की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे। इनमें बाघ टी-136 गंगापुरसिटी के लालपुर उमरी क्षेत्र की पहाड़ी पर लगे वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरों में कैद हुआ था। वहीं, बाघ टी-132 का मूवमेंट हाड़ौती के जंगलों में बना हुआ था।