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लविदा बारिश :पूर्वी राजस्थान में मानसून की विदाई शुरू.. जानिए किन शहरों में ठहरा मानसून.. डेम स्थित कंट्रोल रूम के अनुसार बारिश का दौर समाप्त होने के बावजूद बनास नदी के आस पास बने तालाबों और एनिकट से होकर पानी सहायक नदियों में आ रहा है। त्रिवेणी में पानी का बहाव आज सुबह 2.80 मीटर पर चल रहा है जिसके कारण बीसलपुर डेम से 1503 क्यूसेक पानी प्रति सैकेंड डाउन स्ट्रीम में छोड़ा जा रहा है। मालूम हो डेम की कुल जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और अभी डेम फुल कैपेसिटी पर है। ऐसे में डेम में पानी का दबाव कम करने के लिए पानी की निकासी आज लगातार 30वें दिन भी की जा रही है।
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विंड पैटर्न में बदलाव से मौसम ने ली करवट…जानिए राजस्थान में कैसा रहेगा मौसम, कहां बौछारें गिरने की उम्मीद… जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो अभी डेम सप्ताहभर तक छलकने की उम्मीद है। त्रिवेणी में पानी का बहाव दो मीटर से कम होने पर ही डेम के खुले एक गेट को बंद करने पर विचार होगा। हालांकि जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को डेम से रोजाना जलापूर्ति करने के बावजूद डेम का जलस्तर उच्चतम स्तर पर मेंटेन है लेकिन हाई लेवल से ज्यादा पानी की आवक को डेम में स्टोरेज क्षमता कम होने के कारण बनास नदी में छोड़ा जा रहा है।
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बीसलपुर डेम : हफ्तेभर तक जलधारा का उत्सव ! जानें कौन बना मददगार… बीसलपुर बांध का एक गेट नंबर 9 अभी 25 सेंटीमीटर उंचाई तक खोलकर 1503 क्यूसेक प्रति सैकेंड पानी डाउन स्ट्रीम में छोड़ा जा रहा है। डेम के अलावा बनास नदी से सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता होने पर इस साल किसानों के चेहरे खिल उठे हैं और बनास नदी के आस पास करीब डेढ़ लाख हैक्टेयर सिंचित भूमि पर किसानों ने आगामी फसलों की बुवाई को लेकर कृषि कार्य भी शुरू कर दिए हैं।