मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ऊपर चल रहा है। बीते 24 घंटे में भी पश्चिमी मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री या इससे ज्यादा रहा। हालांकि न्यूनतम तापमान में गिरावट होने पर सुबह-शाम में गुलाबी सर्दी अब लोगों को महसूस होने लगी है।
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो ऐसा ला नीना के सक्रिय न होने के कारण है। इसके सक्रिय होने में अब भी एक सप्ताह और लगने की संभावना है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने पहले अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में ही ला निना के सक्रिय होने की संभावना जताई थी।
प्रदेश में इस बार सर्दी धीमी रफ्तार से बढ़ेगी। जलवायु परिवर्तन की वजह से गर्मी, बरसात और ठंड अपने अनुमानित समय से एक माह आगे खिसक गए हैं। यानि नवंबर में पडऩे वाली सर्दी अब दिसंबर से शुरू होगी और फरवरी-मार्च तक सर्दी का दौर चलने की संभावना है।
ला नीना प्रशांत महासागर और ऊपर के वायुमंडल के बीच परस्पर क्रिया के कारण होता है। इसकी सक्रियता से मध्य और पूर्व- मध्य भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में महासागर की सतह के तापमान में कमी आती है और सर्दी का चक्र शुरू होता है। ला नीना सक्रिय रहने से बारिश और तेज हवाएं भी चलती हैं।
बीती रात प्रदेश के 18 जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री से कम दर्ज किया गया। सीकर जिले का फतेहपुर कस्बा मैदानी इलाकों में 14.7 डिग्री तापमान के साथ सबसे सर्द रहा। वहीं सिरोही 14.4, अंता बारां 15.9, माउंटआबू 12.8, भीलवाड़ा और पिलानी 16.9, संगरिया 16.4, सीकर 17, डबोक 17.7, चित्तौडग़ढ़ 17.8, करौली 16.9, जालोर 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। राजधानी जयपुर में बीती रात पारा 0.4 डिग्री ब?कर 20.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। वहीं पश्चिमी मैदानी इलाकों में फलोदी 25, बा?मेर 22, जैसलमेर 22.4, बीकानेर 20.2, श्रीगंगानगर 18.4 और चूरू में 16.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा।