डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पवन बिजारणिया (20) धोद सीकर का रहने वाला है। आरोपी लग्जरी वाहन किराए पर लेता। उसके बाद वाहनों की नम्बर प्लेट बदल देता था। फिर वह जयपुर में गुर्जर की थड़ी के आस-पास बॉयज पीजी होने के कारण अलसुबह घूमता रहता था। किसी भी पीजी का गेट खुला देखकर उसके सामने वाहन पार्क कर देता। मोबाइल पर बात करता हुआ अंदर पीजी में चला जाता। अक्सर विद्यार्थी पढ़ाई करते-करते कमरे का गेट खुला छोड़कर ही सो जाते बस इसी का फायदा उठाकर वह मोबाइल उठाकर पीजी से बाहर आ जाता। गाड़ी के नम्बर सीसीटीवी कैमरे में कैद होने के डर से असली नम्बर प्लेट हटा देता था। मोबाइल को सीकर में अलग-अलग स्थानों पर कम दामों में बेचकर लग्जरी लाइफ जीता था।
एक ही हॉस्टल से चुराए थे 9 मोबाइल
पुलिस ने बताया कि एसआर बॉयज पीजी में रहने वाले पीड़ित ने बताया कि 4 जुलाई को वह कमरे में सो रहा था। अगले दिन उठा तो कमरे से उसका फोन गायब था। आस-पास पूछा तो पता चला कि 9 लड़कों के फोन चोरी हो चुके हैं। सीसीटीवी कैमरे चैक किए तो पता लगा की काली एसयूवी से एक व्यक्ति आया और चोरी करके चला गया। पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को चैक कर एसयूवी का रूट चैक किया। रानौली सीकर टोल प्लाजा से गुजरना सामने आया। गाड़ी नम्बरों के आधार पर पता किया तो सामने आया कि उसने पवन बिजारणिया को किराए पर दी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से मोबाइल बरामद कर लिए।