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बौछारों और अंधड़ से गुलाबी सर्दी की दस्तक… जानें किन जिलों में बरसेंगे मेघ… गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में विजयादशमी पर्व पर बदले मौसम के मिजाज ने रावण दहन की परंपरा निभाने में खलल डाला। हजारों कारीगर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले तैयार करने में जुटे हैं और जयपुर शहर के गुर्जर की थड़ी इलाके में हर साल बनाए जा रहे रावण के पुतलों के चलते क्षेत्र का नाम ही रावण मंडी के नाम से मशहूर हो गया है। सड़क किनारे खुले में बनाए जा रहे पुतलों को देखकर विजयादशमी पर्व की महत्ता को बखुबी समझा जा सकता है। दशहरे पर रावण दहन की परंपरा को लेकर समाज के हर वर्ग में खासा उत्साह रहता है।
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“पश्चिमी विक्षोभ का जादू: राजस्थान में गर्मी हुई मद्धम!” जानें आगे कैसा रहेगा मौसम का मिजाज… इन जिलों में अंधड़- बौछारें संभव प्रदेश में इस बार मानसून की अच्छी बारिश से सर्दी के जल्द आगमन की उम्मीदें जगी लेकिन मानसून की विदाई के साथ ही गर्मी ने तीखे तेवर दिखाए। मौसम विभाग ने आज से अगले तीन दिनों तक बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौडगढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, राजसमंद और उदयपुर जिले में तेज रफ्तार से धूलभरी हवाएं चलने और कुछ इलाकों में तेज बौछारें गिरने की संभावना जताई है। प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में पिछले दिनों में दिन के तापमान में आंशिक गिरावट जरूर दर्ज हुई है लेकिन अब भी पारा सामान्य से अधिक रहने पर पश्चिमी क्षेत्र में गर्मी तीखे तेवर दिखा रही है।