लिवर ट्रांसप्लांट करने वाले सीनियर हेपेटोबिलियरी सर्जन डॉ. दिनेश भारती ने बताया कि ब्रेन डेड व्यक्ति का लिवर 44 वर्षीया महिला को लगाया गया है। एक निजी अस्पताल में व्यक्ति के ब्रेन डेड होने के बाद स्टेट ऑर्गन ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (सोटो) के पदाधिकारियों ने उसके परिजन की काउंसलिंग की। परिजन से अंगदान की सहमति प्राप्त होने के बाद शाम 5 बजे से व्यक्ति के अंगों को रिट्रीव करने की प्रक्रिया चली। रात 8.15 बजे अंग एसएमएस पहुंचे और सुबह 6:30 बजे तक लिवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया पूरी हुई।
किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. नचिकेत व्यास ने बताया कि किडनी कोटा निवासी 32 वर्षीय पुरुष को लगाई गई है जो काफी समय से किडनी फेलियर की समस्या से जूझ रहा था। ट्रांसप्लांट के बाद किडनी अच्छे से काम कर रही है और घंटे 600 एमएल तक यूरीन बना रही है।