शहर के बीच स्थित तालकटोरा को सरकार ने पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्लान तैयार किया। जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने यहां 13.28 करोड़ रुपए खर्च कर इसका मूल स्वरूप लौटाया। इसके बाद नौकायन का प्रोजेक्ट तैयार किया गया। पीपीपी मोड पर नाव चलाने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने पिछले साल सितंबर में टेंडर किए और 5 अक्टूबर को संबंधित फर्म को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया, लेकिन चार माह बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया।
अब हेरिटेज निगम को सौंपने की तैयारी : हाल ही स्मार्ट सिटी की बोर्ड मीटिंग में यह मामला उठा। इस दौरान तालकटोरा में नाव संचालन और इसके सौन्दर्यन का काम हैरिटेज नगर निगम को सौंपने को लेकर चर्चा कर चुके हैं।
जयपुर स्मार्ट सिटी के सीईओ अभिषेक सुराणा ने बताया कि तालकटोरा में नौकायन का काम शुरू नहीं करने पर फर्म को नोटिस दिया है। फर्म के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। तालकटोरा में जल्द से जल्द नौकायन शुरू करवाएंगे।
Tal Katora Lake Boating : नौकायन के लिए संबंधित फर्म से वर्ष 2031 तक का करार किया गया है। इसके तहत यहां डबल डेकर बोट, मोटर बोट, पेडल बोट आदि चलानी है। डबल डेकर बोट में रेस्टोरेंट का संचालन भी प्रस्तावित है, इससे लोग नौकायन के साथ लंच, डिनर व ब्रेकफास्ट कर पाते। प्लान के तहत तालकटोरा में करीब आधे घंटे तक लोग नौकायन कर सकते। हालांकि इसके लिए भारतीय नागरिकों को 40 रुपए से लेकर 800 रुपए चुकाने पड़ते। वहीं विदेशी सैलानियों को 500 रुपए से लेकर 1600 रुपए चुकाने पड़ते, लेकिन काम शुरू नहीं होने से प्लान धरातल पर नहीं उतर पा रहा है।