इधर राजस्थान विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय जीत हासिल करने वाले निर्मल चौधरी ने कैंपस में अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए विवि प्रशासन को उन्हें सुधारने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि विवि में नियमित कक्षाएं नहीं लग रही हैं। प्रोफेसर मैनेजर बनकर बैठे हैं। वे प्रोफेसर सुन लें। अगले वर्किंग डे क्लास में मिलना नहीं तो यह अन्याय सहन नहीं करूंगा। निर्मल ने कहा कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण विवि में वर्षों से लाइब्रेरी बंद है। इसीलिए पहले लाइब्रेरी का ताला खुलवाऊंगा। इसके बाद ही कुर्सी पर बैठूंगा। चौधरी ने पुलिस को भी चेताया कि जब पुलिस मेरी बहन को लाठियों से मार रही थी तब मैंने उसको बचाया था। मैं पुलिस के खिलाफ भी आंदोलन करूंगा। पुलिस छात्राओं के साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकती है। उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा के लिए विवि में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। अध्यक्ष बनने के बाद निर्मल ने सोमवार को कैंपस में अवकाश की घोषणा की है।
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2016 से लगातार निर्दलीय जीत रहे:
राजस्थान विवि में पिछले पांच चुनावों से ट्रेंड देखा गया है। 2016 से लगातार विवि में अध्यक्ष पद पर निर्दलीय चुनाव जीत रहे हैं। इसके अलावा जब कांग्रेस की सरकार होती है तो उनकी स्टूडेंट विंग एनएसयूआइ जीत हासिल नहीं कर पाती है। वहीं, जब भाजपा की सरकार होती है तो एबीवीपी को हार का मुंह देखना पड़ता है। कॉमर्स कॉलेज सहित अन्य संघटक कॉलेजों में मतगणना कक्ष में मीडिया को प्रवेश नहीं दिया गया। कॉमर्स कॉलेज में मतगणना देरी से शुरू हुई। मीडिया को प्रवेश नहीं देने पर मतगणना कक्ष के बाहर हंगामा हो गया। इतना ही नहीं, मतगणना कक्ष के अंदर खाने को लेकर कर्मचारी भिड़ गए। बाद में मामला शांत कराया।