हेयर ट्रांसप्लांटेशन अब केवल उम्रदराज लोगों का मामला नहीं रहा। हाल के वर्षों में, 25 साल के युवा भी इसे अपनाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, पहले जहां हर महीने केवल 1-2 युवा इस इलाज के लिए आते थे, वहीं अब यह संख्या बढकऱ 4-5 युवा प्रतिदिन हो गई है।
डॉक्टरों का कहना है कि हेयर ट्रीटमेंट्स की बढ़ती मांग ने कई फाइनेंस कंपनियों को लोन देने के लिए प्रेरित किया। ईएमआइ की सुविधा ने इस प्रक्रिया को आम लोगों के लिए काफी सरल बना दिया है। जयपुर के कई प्रतिष्ठित हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक्स में अब ईएमआइ के जरिए यह इलाज उपलब्ध है, जिससे युवाओं के लिए यह सपना साकार करना आसान हो गया है। शादी, नौकरी, और व्यक्तिगत कारणों से युवा इस प्रक्रिया की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
पहले महंगे हेयर ट्रांसप्लांट के ट्रीटमेंट्स लेने से लोग कतराते थे, लेकिन अब वे 6 से 12 महीनों की किस्तों में यह ट्रीटमेंट लेने के लिए तैयार हैं। युवाओं की बढ़ती सजगता और सोशल मीडिया पर एकदम परफेक्ट लुक की चाह ने इस प्रक्रिया को और भी आकर्षक बना दिया है। हल्की हेयरलाइन दिखते ही युवा तुरंत ट्रांसप्लांटेशन कराने के लिए क्लिनिक पहुंच रहे हैं।
सीतापुरा निवासी 29 वर्षीय एक युवक ने बताया कि उन्होंने लंबे समय से हेयर ट्रांसप्लांट कराने की इच्छा रखी थी। जब उन्हें ईएमआइ के बारे में जानकारी मिली, तो उन्होंने 12 महीने की किस्त पर इलाज शुरू किया।
हेयर ट्रांसप्लांटेशन विशेषज्ञ डॉ् अकलिश जैन बताते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांटेशन के बाद भी कई महीनों तक पोस्ट हेयर केयर ट्रीटमेंट्स चलते हैं। ईएमआइ से क्लीनिक एवं मरीज, दोनों को फायदे मिल रहे हैं।
कम उम्र में हेयर लॉस की समस्या अब आम हो गई है। विटामिन और मिनरल्स की कमी, अनियमित आहार और बढ़ती जीवनशैली की समस्याएं प्रमुख कारण हैं। ईएमआइ की सुविधा ने इस महंगे इलाज को सुलभ बना दिया है। कई कंपनियां लोन प्रदान कर रही हैं, जिससे यह प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक आसान हो गई है।