दरअसल गोपीराम विश्नोई नाम के एक ट्रेनी थानेदार को भी जमानत मिल गई थी। उसे जेल से लेने के लिए उसकी पत्नी विमला विश्नोई भी आई थी। विमला भी एसओजी की लिस्ट में वांटेड चल रही थी। पुलिस टीम को पता चला कि विमला पहुंची है तो उसके पति को तो जाने दिया, लेकिन उसे अरेस्ट कर लिया गया। दरअसल विमला ने ही अपने पति गोपीराम के लिए एसआई भर्ती परीक्षा में नकल के लिए पेपर का इंतजाम किया था। तभी से वह पुलिस की राडार पर थी।
एसओजी ने विमला के पति गोपीराम को आरपीए में ट्रेनिंग करने के दौरान नकल मामले में अरेस्ट कर जेल भेज दिया था। हांलाकि शुक्रवार को उसकी जमानत हो गई थी। उधर विमला को पता नहीं था कि वह एसओजी की वांटेड लिस्ट में शामिल है। एसओजी के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विमला खुद भी नौकरी करती है। वह जालोर जिले सांचौर में आंगनबाड़ी में सुपरवाइजर रही है। एक अन्य आरोपी दौसा निवासी लोकेश शर्मा को भी अरेस्ट किया गया है। आरोप है कि उसने पेपर साल्व करने के लिए एक्सपर्ट उपलब्ध कराए थे। शर्मा सरकारी शिक्षक है।