बीसलपुर बांध एरिया के पास पहुंचा तो देखा कि बांध के डाउन स्ट्रीम में पुलिया निर्माण नहीं से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बजरी में वाहन फंसे हुए है और धक्का देकर निकालना पड़ रहा है। चालक हरि ने बताया कि यहां पुलिया का निर्माण नहीं होने से यह दिक्कत होती है। बांध से पानी की निकासी के दौरान ताे रास्ता ही बंद हो जाता है। इसके बाद एक ढाबा पर पहुंचा। वहां बाबूलाल ने बताया कि इस बार मुकाबला जोरदार लग रहा है। सारे नेता जाेर लगा रहे हैं और वोट मांगते समय अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बता रहे है।
बजट में हुईं थी कई घोषणाएं भाजपा सरकार ने बजट के समय क्षेत्र में सड़कें बनाने, उनियारा में एडीजे कोर्ट खोलने, पुलिया बनाने सहित कई घोषणाएं की थी, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। दूनी में उपखंड मुख्यालय, ट्राेमा अस्पताल सहित कई मांगें लंबित है, जिनके लिए नेताओं की ओर से वादों की झड़ी लगाई जा रही है।
जातिगत वोट बैंक पर नजर भाजपा और कांग्रेस की नजर जातिगत वोटर पर है। दोनों अपने परंपरागत वोट के अलावा अन्य जातियों के वोटाें काे साधने में लगे हैं। इस वजह से भाजपा ने उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की सभा कराई और अब उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, मंत्री कन्हैयालाल, हीरालाल नागर, विधायक शत्रुध्न गौतम सहित अन्य जातियों के विधायकों को जिम्मेदारी दी हुई है। वहीं, कांग्रेस में भी पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, रघु शर्मा आदि ने देवली में सभा कर वोट मांगे।
भाजपा के मंत्री-विधायकों ने डाला डेरा मंत्री कन्हैयालाल चौधरी और हीरालाल नागर सहित आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों ने यहां डेरा डाला हुआ है। दोनों मंत्री इसे अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बनाए हुए हैं। वहीं, कांग्रेस में मुख्य कमान सांसद हरीश मीना ने संभाली हुई है।
आठ प्रत्याशी मैदान में इस सीट पर आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। कांग्रेस से कस्तूर चंद मीना नया चेहरा हैं। वहीं, भाजपा से राजेन्द्र गुर्जर है। इसके अलावा कांग्रेस के बागी नरेश मीना अपनी ताल ठोक रहे है। सीट पर इन तीनों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा है।
स्थानीय मुद्दे हैं हावी उपचुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी हैं। बिजली, पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा के मुद्दे उठाए जा रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी के प्रचार-प्रसार में जुटे मंत्री और नेता हर समस्या को दूर करने का आश्वासन दे रहे हैं। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी व उनके समर्थक भाजपा पर विकास कार्य अटकाने का आरोप लगाकर वोट मांग रहे हैं।