प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ लोगों को जागरूक बनाने के लिए केंद्र सरकार के ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम के तहत जगह-जगह रैलियां आयोजित कर, पोस्टर, बैनर और स्लोगन के जरिए संदेश दिया जा रहा है। इसके लिए टोल प्लाजा और सड़क किनारे बने ढाबों पर पर्चे बांट कर भी लोगों को प्लास्टिक कचरे के प्रति जागरूक किया जा रहा है। स्कूलों में कई पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, एमएम रेडियो के जरिए भी संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं और लोगों से राष्ट्रीय राजमार्गों और आस-पास की सड़कों में पड़े प्लास्टिक कचरे, पॉलिथीन बैग, प्लास्टिक बोतलों आदि को इकट्ठा करने के लिए कहा जा रहा है। ट्रक चालकों और टोल प्लाज के कर्मचारियों के लिए अलग से स्वच्छता कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
-अभियान से जुड़ी ख़ास बातें
26 हजार लोग करेंगे जागरूक
61 हजार घंटे का श्रमदान
18 हजार किलोग्राम प्लास्टिक कचरा इकट्ठा
बांस से बनी बोतल लॉन्च
400 रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ में चाय हालांकि इस बीच सिंगल यूज प्लास्टिक पर मोदी सरकार ने पूरी तरह रोक न लगाकर फिलहाल इसके खिलाफ अभियान को जनजागरूकता तक ही सीमित रखा है। सरकार ने साफ किया है कि पीएम मोदी के ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का मकसद सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करना नहीं है। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से संचालित ट्विटर हैंडल ‘स्वच्छ भारत’ पर सरकार ने कहा कि अभियान का मकसद सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता फैलाना है।