एसओजी की टीम आज सुबह 5 बजे नागौर जिले के खजवाना पहुंची। 10 गाड़ियों में सवार होकर आए 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी को देखकर पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। टीमों ने कई घरों में दबिश दी। कार्रवाई के दौरान एसओजी ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। जिनमें से दो युवक और दो परिजन बताए जा रहे है। हिरासत में लिए गए चारों लोगों से कुचेरा थाने में पूछताछ जारी है। माना जा रहा है कि ये लोग एसआई पेपर लीक और ईओ भर्ती परीक्षा की धांधली में शामिल हो सकते है।
प्रदेशभर में 20 से ज्यादा जगह एसओजी की छापेमारी
इससे अलावा प्रदेशभर में 20 से ज्यादा जगहों पर एसओजी की छापेमारी चल रही है। एसओजी की ये छापेमारी राजस्थान पुलिस एसआई और ईओ भर्ती परीक्षा धांधली में शामिल होने की आशंका के चलते की जा रही है। नागौर जिले के खजवाना में चार लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। वहीं, बीकानेर के नोखा सर्किल से एक डमी कैंडिडेट को हिरासत में लिया है। इसके अलावा अन्य जगहों से और भी गिरफ्तारियां हो सकती है। माना जा रहा है कि आज शाम तक एडीजी वीके सिंह पेपरलीक को लेकर बड़ा खुलासा कर सकते है। पेपर लीक मामले में अब तक 50 से ज्यादा अरेस्ट
एसआई पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक 44 ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। इस मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका और बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ये है मामला
बता दें कि सितंबर 2021 में सब इंस्पेक्टर व प्लाटून कमांडर के 859 पदों पर भर्ती परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा का पेपर जयपुर के हसनपुरा में शांति नगर स्थित रवींद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल से लीक हुआ था। स्कूल के प्रिंसिपल और परीक्षा केंद्र अधीक्षक राजेश खंडेलवाल ने ही पेपर लीक करवाया था। जगदीश और ग्रेड थर्ड टीचर राजेद्र यादव ने राजेश को 10 लाख रुपए का लालच दिया था।
राजेश ने विवेक उर्फ यूनिक को पेपर स्ट्रॉन्ग रूम में छिपा दिया था। यूनिक ने पेपर की फोटो वॉटसऐप पर जगदीश को भेजी थी। साल 2023 में राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पेपरलीक की जांच के लिए एसआईटी की घोषणा की गई थी। इसके बाद मार्च 2024 से अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है।