वहीं, पेपर लीक मामले से संबंधित रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। इसके बावजूद लाखों बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले कई संदिग्ध थानेदार बन रहे है। यह भी चर्चा है कि किसको बचाने के लिए परीक्षा रद्द नहीं की गई।
36 थानेदार हो चुके गिरफ्तार
उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 की जांच कर रही एसओजी मान चुकी कि अलग-अलग गिरोह ने परीक्षा के सभी पेपर लीक किए थे। एफआइआर भी दर्ज की और करीब 60 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी। इनमें प्रशिक्षण ले रहे 36 थानेदार शामिल हैं। जबकि चार थानेदार गिरफ्तारी से बचने के लिए आरपीए से भाग गए। आरोपी जगदीश बिश्नोई गिरोह ने 10 लाख रुपए में पेपर खरीदकर 50 लाख रुपए में बेचा था और गिरोह के सदस्यों ने किसी को 10 लाख में तो किसी को 15 से 20 लाख रुपए में पेपर बेचा था। इसी प्रकार आरोपी ओमप्रकाश गिरोह ने भी 10 से 20 लाख रुपए में पेपर बेचा था।SI Paper Leak Case : कालेर गैंग पर बीकानेर पुलिस ने की मेहरबानी! पता चलने पर भी दबा दिया मामला
अब यह होना चाहिए
-उप निरीक्षक भर्ती-2021 की भर्ती परीक्षा में जितने अभ्यर्थी बैठे थे, उन सभी की परीक्षा फिर से ली जाए, परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाए और परीक्षा का जो भी खर्चा हो, गिरफ्तार आरोपियों से वसूला जाएं।-नई भर्ती परीक्षा के आयोजन के साथ उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 के उन्हीं अभ्यर्थियों को शामिल किया जाए, जो इस परीक्षा में बैठ चुके, इन परीक्षार्थियों से परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाए।
संदिग्ध भूमिका वाले थानेदारों की जांच जारी
परीक्षा में संदिग्ध भूमिका वाले थानेदारों की जांच जारी है। राजस्थान पुलिस अकादमी से कोई थानेदार भाग भी जाता हैं तो उसे पकड़ लेंगे। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।-वी.के. सिंह, एडीजी एसओजी, राजस्थान