दिनभर रहेगी एकादशी
माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 24 जनवरी 2025 की शाम 7:25 बजे शुरू होकर 25 जनी 2025 को रात 8:31 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार व्रत 25 जनवरी (शनिवार) को रखा जाएगा। ये करें उपाय
इस दिन स्नान के पानी में तिल मिलाएं, काले या सफेद कोई भी हों।
स्नान के बाद गंगाजल में तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें।
भगवान विष्णु की पूजा के दौरान तिल और शक्कर का भोग लगाएं।
तिल का दान करने से शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं।
तिल के लड्डू बनाकर जरूरतमंदों को बांटे।
तिल का महत्व
षटतिला एकादशी का विशेष संबंध तिल से है। मान्यता है कि इस दिन तिल का उपयोग करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री के अनुसार मुताबिक, इस दिन भोजन में तिल कर उपयोग जरूर करें। यदि इस दिन तिल के लड्डू, तिल पट्टी, या गुड़ के साथ तिल का सेवन करते हैं, जो इससे जीवन में सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। साथ ही, यह उपाय सुख-शांति प्राप्त करने में सहायक होता है। इससे साधक को पुण्य प्राप्त होता है और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है।