दरअसल कोटपूतली पुलिस को दो दिन पहले सूचना मिली थी कि झुझुनूं जिले के खेतड़ी क्षेत्र का मोस्ट वांटेड बदमाश सुक्खा गुर्जर का मूवमेंट कोटपूतली और आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है। दो दिन पहले जानकारी मिली थी कि कोटपूतली के गाम बाला का नांगल के आसपास एक समारोह में वह शामिल हो सकता है। उस समय भी उसकी तलाश के लिए सादा वर्दी में पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया लेकिन बात नहीं बनी। देर रात सूचना मिली कि ग्राम बाला का नंगला क्षेत्र में बाजरों के खेतों में तीन से चार बदमाश हैं और उनके पास हथियार हो सकते हैं। इस पर एएसपी रामकुमार कस्वां अपनी टीम लेकर वहां पहुंचे। बताया जा रहा है कि बदमाशों को ललकारा और सरेंडर करने के लिए कहा गया तो कुछ बदमाशों ने पुलिस पर फायर भी ठोके। लेकिन पुलिस टीम बच गई। इस दौरान पता चला कि सुक्खा गुर्जर अपने साथियों के साथ है। तो पुलिस ने सुक्खा को सरेंडर करने के लिए कहा। लेकिन सरेंडर करने से पहले ही उसने खुद को गोली मार ली। उसने खुद के सिर में गोली मारी। शव को मोर्चरी पोस्ट मार्टम जांच के लिए रखवाया गया है।
प्रदेश में अपने तरह का यह दूसरा मामला है जब पुलिस से घिरे बदमाश ने खुद को गोली मार ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 99 प्रतिशत केसेज में पुलिस से घिरा बदमाश खुद को नुकसान पहुंचाने की जगह पुलिस टीम पर फायर कर फरार होने की कोशिश करता है। लेकिन राजस्थान में इस तरह का यह दूसरा मामला है। करीब चार साल पहले साल 2017 में अगस्त महीने मे भरतपुर में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। भरतपुर के डीग थाना क्षेत्र में स्थित बद्रीपुर गांव में यूपी के बदमाश अशोक भीलमंका के आने की सूचना के बाद पुलिस ने गांव और उसके बाद उस घर को घेर लिया था जहां अशोक के होने की जानकारी मिली थी। अशोक की सूचना मिलने के बाद जब उसे पकडने की कोशिश की गई तो उसने खुद को गोली मार ली। अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। करीब तीन सप्ताह पहले हरियाणा के रेवाडी में भी एक बदमाश ने खुद के पेट और सिर में गोली मार ली थी। वह छत पर था और उसे पुलिस ने घेर लिया था।