पीडित की ओर से दर्ज रिपोर्ट में बताया कि मंगलवार को टेलीग्राम पर मैसेज आया। इसमें लिंक क्लिक करके होटल का रिव्यू करने और उसका स्क्रीन शॉट भेजने को कहा गया। स्क्रीन शॉट भेजते ही पीड़ित के खाते में 1500 रुपए आ गए। फिर तीन हजार रुपए देने को कहा। तीन हजार रुपए देते ही खाते में इस बार 4300 रुपए आ गए। इससे उसका विश्वास बढ़ता चला गया। रात को बैंक से अचानक पैसे कटने के मैसेज आने लगे। पहले तीन हजार, सात हजार, बीस हजार अट्ठासी और फिर 65 हजार 322 रुपए कट गए। पूछताछ के लिए कॉल किया तो नंबर बंद आया। गूगल पर चैक किया तो पता चला कि सब फेंक था। पीड़ित ने यह रकम ट्यूशन पढ़ाकर जमा की थी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद साइबर थाना पुलिस को सूचना दी गई है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बेहद सावधानी बरतना जरुरी है। जैसे सोशल मीडिया पर किसी के भी कहने पर लिंक पर क्लिक न करें। पड़ताल के बाद ही विश्वसनीय साइट के लिंक को खोलें। लालच में आकर अपनी निजी जानकारी शेयर न करें। ना ही किसी के कहने पर कोई ऐप डाउन लोड करें। ओटीपी, पिन बताने से बचें। सोशल मीडिया के यूज के दौरान तो बहुत ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है।