गुटबाजी के कारण तो देरी नहीं ?
भाजपा ने राजनाथ सिंह के नेतृत्व में तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। इसमें राजनाथ सिंह के अलावा विनोद तावड़े और सरोज पांडेय शामिल हैं। बताया जा रहा है कि राजनाथ सिंह के पहले से ही कुछ कार्यक्रम तय हैं। इस वजह से बैठक में समय लग रहा है। सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर पेच फंसा हुआ है। पार्टी इसी पेच को निकाल कर विधायक दल की बैठक करना चाहती है, जिससे एक नाम पर सहमति मिल सके और किसी तरह के विरोध के स्वर न उठे।
राजस्थान के नए CM को लेकर भाजपा का फॉर्मूला तय, बस नाम का एलान होना बाकी
बालकनाथ ने दी सफाई
सीएम फेस तय करने की जद्दोजहद के बीच दिल्ली में शीर्ष नेताओं से मुलाकात से सुर्खियों में आए तिजारा विधायक महंत बालकनाथ ने सोशल मीडिया पर बयान पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि ‘पार्टी व प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनता जनार्दन ने पहली बार सांसद व विधायक बनाकर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया। मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें। मुझे अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
हमारी चिंता नहीं करें : जोशी
मुख्यमंत्री नहीं बनाने के अशोक गहलोत के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 2018 में कांग्रेस कई दिन तक सीएम तय नहीं कर पाई थी। अगर इनकी पार्टी इतनी ही एक है तो अभी तक नेता प्रतिपक्ष क्यों तय नहीं कर पाए हैं। क्यों बैठक में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा नहीं की गई? उन्होंने कहा कि गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने भी कहा है कि उन्होंने आलाकमान से फरेब किया है। हार की वजह केवल गहलोत हैं।