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जून के आखिरी तक एआईसीटीई संबद्धता देगा। इसके बाद कॉलेज संबंधित यूनिवर्सिटी से संबद्धता लेंगे। तब तकनीकी शिक्षा विभाग के पास कॉलेजों का रजिस्ट्रेशन होगा। पूरी प्रक्रिया में 1 माह का समय लगेगा। प्रवेश प्रक्रिया देरी से छात्रों को परेशानी होगी। वे राज्य के बाहर प्रवेश लेने को मजबूर होंगे।
निजी और सरकारी कॉलेजों में प्रवेश पर सवाल
जब तक एआईसीटीई की ओर से संबद्धता जारी नहीं होती, तब तक कॉलेजों में प्रवेश शुरू नहीं हो सकता। लेकिन जयपुर के कई कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने संबद्धता मिलने से पहले ही प्रवेश लेना शुरू कर दिया। वहीं, जयपुर स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज को भी संबद्धता नहीं मिली है। ऐसे में इस कॉलेज में प्रवेश पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कॉलेजों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। कितनी सीटें हैं यह भी तय नहीं है। हम अभी रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। कॉलेजों को संबद्धता जारी होगी, तभी प्रवेश प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
मनीष गुप्ता, संयुक्त सचिव तकनीकी शिक्षा विभाग
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यह होती है प्रक्रिया
हर साल एआईसीटीई से कॉलेजों को संबद्धता लेनी होती है।
गत प्रवेश और संसाधनों के आधार पर नए सत्र की संबद्धता और सीटें तय होती हैं।
इसके बाद यूनिवर्सिटी से भी संबद्धता ली जाती है।
तकनीकी शिक्षा विभाग के पास रजिस्ट्रेशन करना होता है।
विभाग प्रवेश प्रक्रिया शुरू करता है, पोर्टल पर छात्र ब्रांच और सीटों के आधार पर प्रवेश के लिए कॉलेजों का चयन करते हैं।