प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर में भी गली-गली घूम कर लोगों से संवाद किया और गहलोत सरकार के खिलाफ तैयार किए गए आरोप पत्रक बांटे। प्रदेश भाजपा ने अपने आरोप पत्र में गहलोत सरकार के 4 साल के दौरान घटित हुई सांप्रदायिक घटनाओं, लचर कानून व्यवस्था, महिला अपराध, जैसे मुद्दों को शामिल किया है। जन आक्रोश यात्रा के दौरान भाजपा के तमाम नेता आरोप पत्र घर-घर बांट रहे हैं।
अपने विधानसभा क्षेत्र के जालसू और राधाकिशनपुरा में पैदल घूम घूम कर सतीश पूनिया ने लोगों को गहलोत सरकार के नाकामियों के बारे में बताया और गहलोत सरकार के राज को जंगलराज बताया। इस दौरान जनाक्रोश यात्रा को संबोधित करते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि जिस प्रदेश की कानून व्यवस्था अच्छी होती है वहां पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ते हैं लेकिन पिछले 4 वर्षों में कांग्रेस शासन में जंगलराज जैसे हालात बनने से व्यापारियों पर आए दिन हमले हो रहे हैं।
लचर कानून व्यवस्था के चलते बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, लूट, हत्या डकैती गैंगवार प्रदेश में आम बात हो गई है। राजधानी जयपुर से लेकर पूरे राजस्थान की जो शांतिप्रिय छवि पूरे देश और दुनिया में थी वो कांग्रेस के 4 साल के कुशासन में धूमिल हो चुकी है क्योंकि प्रदेश के व्यापारियों और आम जनता भय के माहौल में जी रहे हैं।
पूरा प्रदेश माफियाओं के शिकंजे में हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में राज्य की जनता के प्रति अपने नैतिक कर्तव्य नहीं निभा पा रहे हैं। पिछले 4 सालों में कांग्रेस शासन में जंगलराज जैसे हालत बनने से इन्वेस्टर्स रुचि नहीं ले रहे हैं और प्रदेश के व्यापारियों पर आए दिन हमले हो रहे हैं, जो बड़ी चिंता का विषय है।
महंगे-पेट्रोल डीजल को लेकर राहुल गांधी से पूछा सातवां सवाल
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से सातवां सवाल पूछा था और कहा था कि सबसे महंगा पेट्रोल डीजल कही हैं तो राजस्थान में है, राहुल गांधी राजस्थान की जनता को इस महंगाई की मार से मुक्ति कब दिलाएंगे और अन्य राज्यों की तरह राजस्थान में डीजल-पेट्रोल कब सस्ता होगा?
200 विधानसभा क्षेत्रों में 33 नेताओं की लगाई थी 2 दिन ड्यूटी
इससे पहले 10 और 11 दिसंबर को प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित 33 नेताओं को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई थी। 2 दिन सभी नेताओं ने अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जन आक्रोश यात्रा के जरिए गहलोत सरकार के 4 साल के कार्यकाल को जंगलराज बताया था और 2023 में जनता से गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की थी।
वीडियो देखेंः- Jan Aakrosh Rally: BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष J. P. Nadda Jaipur में, एकजुटता का देंगे संदेश | PM Modi