गहलोत ने सचिन शर्मा के परिजनों से मुलाकात कर कहा कि इस मामले में राज्य सरकार ने बेहद असंवेदनशील रवैया अपनाया है। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार की आजीविका कमाने वाले सचिन शर्मा की मृत्यु के 9 दिन बाद परिजनों को केवल 5 लाख रुपए की मामूली सहायता देना नाकाफी है। इस सहायता के लिए भी परिजनों को प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा था। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार से मांग है कि सरकारी लापरवाही के इस मामले को विशेष प्रकृति का मानकर परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और एक परिजन को रोजगार दिया जाए।
गौरतलब है कि मृतक सचिन के परिजनों ने शनिवार को आत्महत्या का प्रयास किया और गांव के पानी टंकी पर चढ़ गए। सचिन के पिता महेश चंद्र ने कहा था कि हमें अभी तक कोई सहायता नहीं मिली है। अब हम भले ही मर जाए, लेकिन यहां से नहीं हटेंगे। साथ में उनकी बेटी भी पानी की टंकी पर चढ़ी गई। करीब 5 घंटे की समझाइश के बाद परिजन उतरने को तैयार हुए थे।