कांग्रेस में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित अन्य कुछ प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता उपचुनाव वाली सीटों पर प्रचार के लिए नहीं पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अपने नेताओं के दौरे तय कर रही है, उनमें इन बड़े नेताओं के नाम भी हैं। चार नवंबर के बाद यह नेता प्रचार करने अलग-अलग सीटों पर जाएंगे।
वहीं, भाजपा में भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, डिप्टी सीएम दिया कुमारी, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल का चुनाव वाली सीटों पर जाना बाकी है। चुनाव को लेकर हुई बैठकों में भी राजे शामिल नहीं हुईं। एक तरह से राजे पूरी चुनाव प्रक्रिया से अभी तक दूरी बनाए हुए हैं। उधर, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल उपचुनाव की घोषणा से पहले तो विधानसभा क्षेत्रों में गए थे, लेकिन घोषणा के बाद प्रचार करने नहीं गए हैं। उनको पिछले दिनों जयपुर आना था, लेकिन वह दौरा भी रद्द हो गया। डिप्टी सीएम दिया कुमारी भी दिवाली बाद ही चुनाव प्रचार में उतरेंगी।
ये बड़े नेता संभाल रहे चुनावी कमान
भाजपा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ सहित अन्य कुछ बड़े नेताओं ने दौरे शुरू कर दिए हैं। ये नेता पार्टी उम्मीदवारों की नामांकन सभाओं को संबोधित कर चुके हैं। कांग्रेस में भी प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व सीएम अशोक गहलोत कुछ सीटों पर चुनावी दौरे कर नामांकन सभा कर चुके हैं। इनके अलावा भी कांग्रेस-भाजपा के कई नेता अलग-अलग सीटों पर चुनावी कमान संभाले हुए हैं।
प्रदेश स्तर के नेताओं के हाथों में चुनावी कमान
विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेताओं के हाथों में भी चुनावी कमान रहेगी। प्रचार के लिए प्रदेश से बाहर के नेताओं को नहीं बुलाया जाएगा। भाजपा और कांग्रेस ने प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर दी है। इस सूची में सभी प्रदेशस्तरीय नेता हैं।